राजेश मिश्र हत्याकांड:  लोकतंत्र पर हमला तथा पत्रकारिता की स्वतंत्रता व निष्पक्षता पर अंकुश का प्रयास

​बलिया। गाजीपुर जिले के पत्रकार राजेश मिश्रा की हत्या को लेकर जिले के पत्रकारों में भारी उबाल है. पत्रकारों ने सोमवार को विरोध-प्रदर्शन करते हुए राज्यपाल को ज्ञापन भेजकर हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग की.

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गाजीपुर जिले के करण्डा थाना क्षेत्र में 21 अक्टूबर 2017 को दिन-दहाड़े पत्रकार राजेश मिश्रा की हत्या कर दी गयी थी. घटना से जिले के पत्रकार अत्यंत मर्माहत हैं. सोमवार को बलिया श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के बैनर तले जिलाधिकारी कार्यालय प्रांगण में एकत्रित हुए. पत्रकारों ने राजेश मिश्र हत्याकांड को लोकतंत्र पर हमला तथा पत्रकारिता की स्वतंत्रता व निष्पक्षता पर अंकुश का प्रयास करार दिया. पत्रकारों ने राज्यपाल को सम्बोधित ज्ञापन प्रभारी जिलाधिकारी सन्तोष कुमार व अपर जिलाधिकारी मनोज कुमार सिंघल को सौंपा. ज्ञापन में पत्रकार राजेश मिश्र के हत्यारों को अविलम्ब गिरफ्तार करने, पत्रकार के परिवार को समुचित सुरक्षा प्रदान करने, राजेश मिश्र की पत्नी को सरकारी नौकरी व परिवार को 50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान करने की मांग की गयी है. इसके साथ ही उत्तर प्रदेश में पत्रकारों पर कातिलाना हमले की बढ़ रही घटनाओं पर चिंता प्रकट की गयी है. पत्रकारों की सुरक्षा के दृष्टिगत पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने की मांग की. अध्यक्ष अनूप कुमार हेमकर, महामंत्री राजेश ओझा, अजय भारती, भोला प्रसाद, मनोज चतुर्वेदी, अनिल अकेला, करुणा सिंधु सिंह, अमित सोनी, अरविंद कश्यप, नरेंद्र मिश्र, दिनेश गुप्ता, रवि सिन्हा, पशुपति नाथ, प्रदीप चौरसिया, राजू दूबे, अखिलेश यादव, पंकज पांडेय, सरदार यशपाल सिंह इत्यादि पत्रकार मौजूद रहे.