समाज को गतिशील बनाए रखने का दायित्व युवाओं का- सुरजीत

सुखपुरा (बलिया )। जब समाज की गतिशीलता खत्म हो जाती है तब समाज विखर जाता है, और समाज के बिखरने का असर निश्चित रूप से राष्ट्र पर पड़ता है. ऐसे मे समाज को गतिशील बनाने का दायित्व हम सभी का है. युवा वर्ग इसमे अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकता है. इस वर्ग से राष्ट्र को भी काफी अपेक्षा है.

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यह बातें आरएसएस के विभाग प्रचारक सुरजीत ने कहा, वह इंटर कालेज सुखपुरा में चल रहे आरएसएस के प्रशिक्षण शिक्षा वर्ग शिविर के आठवें दिन क्षेत्र के प्रमुख बौध्दिक लोगों को सम्बोधित कर रहे थे. कहा कि समाज को गतिमान बनाने का मूल मंत्र है, हम एक दूसरे के यहां आने-जाने, खाने-पीने, लेने -देने का क्रम निरन्तर जारी रखें. यही चीज लम्बे अर्से से खत्म हो गयी है. हम सब मै-मेरा में सिमट कर रह गये हैं. एक दूसरे के आने जाने, खाने-पीने व लेन देन करने से पहले मित्रता होती है, फिर आत्मीय संबंध बढ़ता है और यही संबंध आगे चल कर राष्ट्र को भी बल प्रदान करता है. आज राष्ट्र को युवा शक्ति की आवश्यकता है. आरएसएस युवाओं मे राष्ट्र प्रेम का जज्बा पैदा करने का निरन्तर प्रयास कर रहा है. इस मौके पर सह विभाग कार्यवाह संजय शुक्ल, वर्ग कार्यवाह राजेंद्र पांडेय, सह जिला संघ चालक डा. विनोद सिंह, रमाशंकर सिंह आजाद, लक्ष्मी सिंह, हरिशंकर सिंह, रामायण सिंह, मनीष सिंह रविन्द्र नाथ आदि मौजूद रहे. आभार विद्यालय के प्रबंधक दिनेश सिंह ने व्यक्त किया.