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हल्दी (बलिया)। थाना क्षेत्र में अवैध लाल बालू का धंधा रोज- रोज खूब फल फूल रहा है, तो वहीं दूसरी ओर आधा दर्जन स्थानों पर सफेद बालू का खनन अपने शबाब पर है. इस खेल में स्थानीय पुलिस की भी मिली भगत है. उच्चाधिकारियों के संज्ञान में सब कुछ है. लेकिन कभी कोई ठोस कार्यवाई नहीं की जा रही है. क्षेत्र के कई घाटों पर बिहार से लाल बालू लाया जा रहा है. इसके लिए बिचौलियों का लम्बा रैकेट है. जिनके सम्बन्धित विभागों से अच्छी सांठ-गांठ बताया जाता है.
हल्दी थाना क्षेत्र के पचरुखिया, मझौवां, हुकुमछपरा, गायघाट, हल्दी के बिहार घाट, कृपाल ब्रम्ह बाबा के जवहीं घाट, चैनछपरा आदि जगहों पर बिहार के कोईलवर से नैनीजोर के रास्ते प्रतिदिन 20से 30 नाव लाल बालू आकर घाटों पर डंप हो जाता है. वहां से अवैध बालू कारोबारी बे रोक-टोक लाल बालू को बेच रहे है. इनको रोकने वाला कोई नहीं है. पुलिस दो-एक ट्रेक्टर या दो-चार नाव सीज करके अपना पीठ स्वयं थपथपा लेती है. सरकार का टैक्स जमा करने वाले दुकानदारों के यहां से लाल बालू लेने पर अधिक पैसा लगने के कारण लोग अवैध बालू खरीदने में ही दिलचस्पी दिखा रहे हैं. एक तरफ रजिस्ट्रेशन कराकर धंधा करने वाले दुकानदारों की शामत आ गई है, वहीं पुलिस से लगायत अवैध धंधा करने वाले दलालों की चांदी कट रही है. दूसरी ओर जिला प्रशासन का निर्देश है कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में मिट्टी व बालू खनन किसी भी परिस्थिति में नहीं किया जायेगा. लेकिन कोई सूनने वाला नहीं है।हल्दी पचरुखियां, मझौवां, गायघाट, बिहार घाट चैनछपरा आदि जगहों पर सफेद बालू का खनन व डंप किया गया बालू का टीला आसानी से देखा जा सकता है.