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पिछले 24 घंटे से द्वाबा में बत्ती गुल, बिजली अफसरों के फोन स्विच आफ
बलिया। बैरिया, रानीगंज बाजार सहित पूरे क्षेत्र की बिजली पिछले 24 घंटे से नदारद है. अवर अभियंता रतनलाल सहित विभाग के जिम्मेदार लोग अपने मोबाइल का स्विच ऑफ कर लिए हैं.
बैरिया प्रतिनिधि के मुताबिक तहसील मख्यालय पर स्थित नया व पुराना दोनों विद्युत उपकेंद्रों पर दुर्व्यवस्था व्याप्त है. यहां दैनिक मजदूरी पर काम करने वाले मजदूरों ने सारी दुर्व्यवस्था का कारण अवर अभियंता को बताते हुए कहते है कि वे हम लोगों की बात सुनने को तैयार नहीं है. तो उपभोक्ताओं की क्या सुनेंगे. बिजली आपूर्ति क्यो ठप है ? यह बताने वाला भी उपकेन्द्र पर कोई नहीं है. लोगों का कहना है कि जगह जगह 33 हजार व 11 हजार की लाइनें एक दूसरे के ऊपर पार की गई है. कहीं एक जगह छोटी फाल्ट होने पर भी पूरे क्षेत्र की लाइन ठप कर दी जा रही हैं. एक सप्ताह से बैरिया उपकेन्द्र से सम्बद्ध इलाके में विद्युत आपूर्ति बेपटरी हो गयी है.
मझौवा प्रतिनिधि के मुताबिक क्षेत्र में बारिश की शुरुआत के साथ साथ विद्युत कटौती भी जारी है. विद्युत उपकेंद्रो सोनवानी, रेवती, बैरिया से क्षेत्र में विद्युत सप्लाई की जाती है, लेकिन विद्युत के जर्जर तारों व विभागीय लापरवाहियों के चलते आज कल विद्युत आपूर्ति बाधित हो रही है, हल्की बारिश होने पर भी जगह-जगह तारों का एक दूसरे के साथ सट जाना, तारों का टूट जाना, हरे पेड़ आदि रोड़ा समस्याएं हमेशा बनी रहती है. वही विद्युत उपकेंद्र सोनवानी, रेवती पर कोई स्थाई मोबाइल या फोन नंबर नहीं रहने के कारण कई घटनाएं घटित हो चुकी हैं. यदि कभी विद्युत का एलटी या एचटी तार टूट जाता है, तो लोगों को विद्युत उपकेंद्र सोनवानी, रेवती तक सूचना देने के लिए स्वयं जाना पड़ता है.
वहीं इन समस्याओं के कारण दिनभर में करीब 50 बार बिजली की ट्रिपिंग और कटौती की खेल खेली जाती है. अगर विभाग द्वारा पुराने जर्जर तारों को बदला जाता और ढीले तारों की खिंचाई हो जाती तो विद्युत आपूर्ति भी सुचारु रुप से होती तथा घटनाएं भी कम हो जाती. लेकिन ऐसा नहीं होने से क्षेत्रीय लोगों को विद्युत से हमेशा भय बना रहता है. वहीं विद्युत उपभोक्ताओं को विद्युत की बार-बार कटौती से काफी परेशानी होती है. वही क्षेत्र के कई लोगों का कहना है कि विद्युत व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए ऊपर से आने वाला धन अधिकारियों द्वारा आपस में मिल बैठकर हजम कर लिया जाता है, जिस वजह से आज विद्युत व्यवस्था चरमराई हुई है. इस समस्या के समाधान के लिए लोगो ने उच्च अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराया है.
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रसड़ा प्रतिनिधि के अनुसार कोटवारी गांव में पिछले एक पखवारा से विद्युत आपूर्ति अनियमित होने से ग्रामीण परेशान होकर रह गए हैं. बिजली सुबह से लेकर रात तक प्रत्येक आधा घंटा के बाद काट दी जाती है. ऐसे में ग्रामीणों ने उच्चाधिकारियों का ध्यान इधर दिलाते हुए नियमित आपूर्ति सुनिश्चित कराने की मांग की है.