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रसड़ा (बलिया) | सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर बुधवार को मुख्य चिकित्सक अधिकारी डॉ. पी के सिंह ने औचक निरीक्षण किया. इस दौरान अस्पताल परिसर में अफरा तफरी का माहौल कायम रहा. आधा दर्जन डॉक्टर एवं संविदा कर्मी हस्ताक्षर कर नदारद पाये जाने पर अधीक्षक को एक माह का वेतन रोकने का आदेश दिया.
डॉ. पीके सिंह अस्पताल परिसर में गंदगी पाए जाने पर सफाई कर्मियों पर भड़क उठे तथा अस्पताल परिसर साफ़ सफाई रखने का निर्देश दिए. मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने एक्सरे रूम, स्टोर रूम सहित उपस्थिति पंजिका का भी निरीक्षिण किया. इस दौरान उपस्थिति पंजिका पर हस्ताक्षर होने के बावजूद दन्त चिकित्सक डॉ. धर्मवीर सिंह तथा संविदा कर्मी अविनाश उपाध्याय, प्रदीप सिंह, विनय दूबे, अरविन्द कुमार, योगेन्द्र कुमार गायब पाये गये. जांच पड़ताल में पाया कि ये अधिकारी अक्सर अनुपस्थित रहते हैं. इस पर नाराजगी व्यक्त करते हुए अधीक्षक डॉ. वीरेन्द्र कुमार को एक माह का वेतन रोकने का आदेश दिया. सवाल यह उठता है की इन कर्मचारियों के अनुपस्थित रहने के बावजूद हस्ताक्षर कौन बनाता है. जबकि इन कर्मचारियों हफ़्तों से अनुपस्थित रहने के बावजूद उपस्थिति पंजिका पर हस्ताक्षर पाया गया. इस मौके पर डॉ. अंसारी, डॉ. बीपी सिंह, पीसी भारती, अनिल राय, शैलेश सिंह, सोहन यादव आदि उपस्थित रहे.