सीडीओ बार बार कैफियत तलब कर रहे, सो पहुंच गए हाईकोर्ट

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बैरिया (बलिया)। जांच के बावजूद बार बार मुख्य विकास अधिकारी के पटल से स्पष्टीकरण मांगे जाने से नाराज पूर्व प्रधान धर्मेंद्र तिवारी उच्च न्यायालय का दरवाजे तक पहुच गए हैं. विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत बैजनाथपुर में वर्ष 2015- 16 के शौचालय का मामला समाधान होने का नाम ही नहीं ले रहा है.

मुख्य विकास अधिकारी के आदेश पर विगत 16 दिसंबर को खंड विकास अधिकारी अवधेश सिंह व एडीओ पंचायत उमेश कुमार सिंह ने जांचोपरांत कुल 51 शौचालय निर्माण हुआ पाया था, जबकि 15 शौचालय का पैसा बैजनाथपुर ग्राम पंचायत के खाते में मौजूद मिला. जांच की रिपोर्ट सीडीओ के पास भेज दी गई, तो वहां से पत्रक जारी कर खंड विकास अधिकारी व एडीओ पंचायत से पूछ लिया गया कि आपको शौचालयों का जांच नहीं करना था. केवल स्पष्टीकरण देना था, फिर से आख्या मांगने पर संबंधित तत्कालीन सचिव गिरीश कुमार पांडेय ने जांच के दौरान खींचे गए शौचालय की फोटो,  समाचार पत्रों में प्रकाशित की गई समाचार की छाया प्रति, खंड विकास अधिकारी व एडीओ पंचायत की जांच रिपोर्ट भेजा है. साथ ही सचिव द्वारा जबाब दिया गया है कि वर्तमान सचिव डीडीओ साहब को भ्रमित कर केवल तीन शौचालय ही दिखाया गया था.

जांच होने के बाद स्पष्ट होने के बावजूद बार बार सीडीओ साहब के पटल से बिना वजह आख्या क्यों मांगा जा रहा है. समझ में नहीं आ रहा है. इससे नाराज होकर पूर्व प्रधान धर्मेंद्र तिवारी उच्च न्यायालय में रिट दाखिल किया है. इस बाबत खण्ड विकास अधिकारी अवधेश सिंह ने कहा कि जांचोपरांत बैजनाथपुर ग्राम पंचायत में शौचालय निर्माण सही पाया गया था. किसी प्रकार की धांधली नहीं की गई है. जांच रिपोर्ट सीडीओ महोदय को भेज दिया गया है. बार बार उनके पटल से इस तरह का आख्या क्यों मंगा जा रहा है, खुद हमें भी समझ में नहीं आ रहा है.