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बलिया। नोट बंदी के बाद गोलमाल करने वाले बैंकों की सूची में जनपद का भी एक बैंक अपना नाम दर्ज करा लिया है. मामला पूर्वांचल बैंक की सोनवानी शाखा से सम्बंधित है. हेराफेरी की खबर लगते ही उच्चाधिकारियों ने इस गड़बड़झाले में शाखा प्रबंधक सहित दो लोगों को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर जांच शुरू कर दिया. इस घटना को लेकर जनपद में तरह – तरह की चर्चाएं हो रही है. कोई इसे गबन मान रहा है तो कोई नोटबंदी की आड़ में किया गया खेल. बहरहाल जांचोपरांत 12.32 लाख की अनियमितता की पुष्टि होने पर निलंबित शाखा प्रबंधक अनिल सिंह और कैशियर रामजी ओझा से रिकवरी भी कर लिया है.
क्षेत्रीय प्रबंधक एसके गुप्ता के अनुसार जनपद की समस्त शाखाओं को गाइड लाइन जारी कर 30 दिसंबर 2016 तक सभी 500 व 1000 के पुराने नोट क्षेत्रीय कार्यालय में जमा करने का निर्देश दिया गया. आदेश के अनुपालन में सभी शाखाओं ने उक्त राशि को कार्यालय में जमा करा दिया, लेकिन पूर्वांचल बैंक की सोनवानी शाखा ने निर्धारित अवधि की समाप्ति के बाद भी क्षेत्रीय कार्यालय से संपर्क नहीं साधा तो अधिकारियो ने शाखा प्रबंधक से संपर्क करने का प्रयास किया, पर सफलता हाथ नहीं लगी.
मामला संदिग्ध जान अगले दिन जिले से कुछ अधिकारी सोनवानी पहुंच गये. लेकिन शाखा प्रबंधक की गैर मौजूदगी में कैशियर ने गोल मटोल जबाब देकर अधिकारियों के शक को पुख्ता कर दिया. फिर क्या था आनन फानन में इसकी सूचना गोरखपुर कार्यालय को दी गयी. वहां से दो अधिकारियों की एक टीम बलिया आ धमकी और जांच में जुट गयी और जिम्मेदार दोनों अधिकारियों को निलंबित करते हुए नये प्रबंधक व कैशियर को तैनात कर दिया. तीन दिनों की गहन जांच के बाद 12 लाख 32 हजार गबन सामने आया.