बैरिया (बलिया)। नए साल 2017 के प्रथम दिन रविवार को बैरिया थाना क्षेत्र के दयाछपरा गांव में तत्कालीन पुलिस अधीक्षक वैभव कृष्ण द्वारा “प्रोजेक्ट उत्थान” की शुरुआत की गई. यहां 30 की संख्या वाले 8 ग्रुपों मे महिलाओं का पंजीकरण किया गया, जिन्हें नेहरू युवा मंडल रेवती द्वारा स्वावलंबी बनाने के लिए अगरबत्ती, रूहअफजा, जूस, जेली व अचार आदि कई घरेलू उत्पाद बनाने का हुनर सिखाया जाएगा. पहले ही दिन 80 से अधिक महिलाओं को रूहअफजा और अगरबत्ती बनाना सिखाया गया.
इस अवसर पर मुख्य अतिथि जिलाधिकारी गोविंद राजू एनएस ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए हुनरमंद होकर स्वावलंबी बनाने के पुलिस विभाग द्वारा किए जा रहे इस प्रयास की सराहना की. कहा कि इस कार्य में समूह बनाने के लिये सरकारी सहायता प्रदान करने में जो भी जरूरत पड़ेगी, वह किया जाएगा. शराब के कुटीर उद्योग से कलंकित इस गांव को अपने अच्छे हुनर से स्वावलंबी बनकर आप महिलाएंअपने गांव का नाम रोशन करें. इसके लिए हर तरह का सहयोग आप को प्रदान किया जाएगा. आप सभी को राष्ट्रीय आजीविका मिशन से जुडने मे हर मदद मिलेगी.
इसी क्रम में तत्कालीन पुलिस अधीक्षक वैभव कृष्ण ने कहा कि कोई भी आदमी पुलिस का मुंह नहीं देखना चाहता है, तो क्या आप सब को यह अच्छा लगता है कि दिन रात किसी भी समय पुलिस आपका दरवाजा खटखटाए. अवैध शराब तो बंद करना पड़ेगा. आप लोग संकल्प के साथ शराब को दूर करें और सम्मान का स्वरोजगार अपनाएं, सम्मान की जिंदगी जिए. इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक ने सभा में महिलाओं के कुर्सी पर बैठने और पुरुषों के खड़े होने को सम्मान सूचक बतलाते हुए लोगों को सम्मान के साथ जीने के लिए महिलाओं को प्रशिक्षित होकर स्वावलंबी व स्वरोजगार अपनाने का संदेश दिया. यह भी बताया कि जिनके पास पूंजी नहीं है, हुनरमंद हो जाने के बाद उनके यहां सामान पहुंच जाएगा और जब वह तैयार कर लेंगी तो वह सामान यहां से संस्थाओं के लोग ले जाएंगे और उसके बदले में जो भी उनकी कमाई होगी पहुंचा दिया जाएगा. महिला उत्थान के लिये सरकार की महात्वाकाक्षी योजना राष्ट्रीय आजीविका मिशन से आप सभी जुट सकेंगी. जो लोग समूह बनाकर काम करना चाहेंगे उन्हें समूह बनाने में भी मदद दी जाएगी.
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इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक ने महिलाओं से शराब को दूर भगाने व सम्मान का रोजगार अपनाने का नारा भी लगवाया. इस अवसर पर नेहरू युवा मंडल रेवती के प्रशिक्षक हरिशंकर वर्मा व संतोष तिवारी ने महिलाओं को अगरबत्ती बनाने व रूह अफजा बनाने के गुर सिखाए और यहां एक सप्ताह तक कैंप लगाकर अगरबत्ती, रूहअफजा, जैम, जेली, अचार, सत्तू, बेसन, मसाला आदि तैयार करने और उसके पैकिंग करने का हुनर सिखाने की बात कही.
इस अवसर पर संजय मिश्र, मनोरंजन राव, राजेश प्रसाद, दिनेश श्रीवास्तव, विकास दुबे, जय कृष्ण राम, शैलेश उपाध्याय, विद्याभूषण दुबे, सुरेंद्र वर्मा, अमरदेव यादव, उपेंद्र यादव, उत्तम पांडेय आदि काफी संख्या में सामाजिक व संभ्रांतजन उपस्थित रहें. इसी अवसर पर पुलिस अधीक्षक व जिलाधिकारी के हाथों लगभग दो दर्जन महिलाओं मे कंबल का भी वितरण किया गया. इस अवसर पर नायब तहसीलदार शशिकान्त मणि, थानाध्यक्ष के के तिवारी, शशि मौली पांडे, धर्मेंद्र सिंह, संजय त्रिपाठी आदि अपने सहयोगी उपनिरीक्षको व कर्मचारियों के साथ उपस्थित रहें. सभी आगंतुकों का स्वागत प्रधान प्रतिनिधि रामजी यादव ने किया. सभा की अध्यक्षता दयाछपरा गांव के वरिष्ठ नागरिक व अवकाश प्राप्त शिक्षक शुभ नारायण पांडेय तथा संचालन पूर्व जिला पंचायत सदस्य मनोज कुशवाहा ने किया.