शहीद रमाशंकर को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई

बलिया/भोपाल। भोपाल शहर के अहिल्या नगर में शहीद चीफ वार्डन रमाशंकर यादव का घर है. वहां रमाशंकर यादव को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी अंतिम श्रद्धांजलि देने पहुंचे. उन्होंने अहिल्या नगर का नाम रमाशंकर नगर करने का एलान किया है. सम्मान राशि के रूप में दस लाख और बेटी को सरकारी नौकरी की पेशकश की है. शिवराज सिंह चौहान ने भी शव को कंधा दिया.

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उनके जाने के बाद हाल ही में मंत्री बने स्थानीय विधायक विश्वास नारंग ने रमाशंकर यादव को कंधा दिया और वे श्मशान घाट तक गए. पुलिस के अधिकारी भी मौजूद थे. देश व कर्तव्य पथ पर अपनी जान की बाजी लगाने वाले वीरों की फेहरिस्त में बागी भूमि के एक और जवान का नाम जुड़ गया.

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उड़ी सेक्टर में पाकिस्तानी आतंकियों से लोहा लेते वीरगति को प्राप्त करने वाले दुबहड़ के यादव डेरा निवासी राजेश यादव के बाद हल्दी थाना क्षेत्र के राजपुर एकौना निवासी रमाशंकर यादव रविवार की देर रात भोपाल जेल से भाग रहे सिमी आतंकियों से लोहा लेते हुए वीरगति को प्राप्त हो गए.

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घटना की सूचना पर जवान के गांव में शोक की लहर दौड़ गई. राजपुर एकौना निवासी स्व. हरिहर यादव की पांच संतानों में दूसरे नंबर के रमाशंकर मध्य प्रदेश कारागार पुलिस में चीफ वार्डन के पद पर तैनात थे. रमाशंकर के शहादत की खबर जैसे ही उनके पैतृक गांव पहुंची पूरा गांव शोक में डूब गया.

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रमाशंकर यादव ने भोपाल सेंट्रल जेल के पीछे अहिल्या नगर में अपना मकान बनाया. यहीं से 9 दिसंबर को उनकी बेटी सोनिया यादव की शादी तय थी. रमाशंकर यादव के दो बेटे हैं. बड़ा बेटा हवलदार शंभुनाथ 36-37 साल का है, जो असम में तैनात है. छोटा बेटा लांसनायक प्रभुनाथ हिसार में तैनान है. दोनों बेटों की शादी हो गई है, लेकिन बेटी की शादी के बारे में परिवार फैसला करने की स्थिति में नहीं है कि 9 दिसंबर को ही होगी या इसे टाला जाए. सारी तैयारियां लगभग अंतिम चरण में ही थीं.

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