हौसला पोषण योजना की अब होगी क्रॉस चेकिंग

This item is sponsored by Maa Gayatri Enterprises, Bairia : 99350 81969, 9918514777

यहां विज्ञापन देने के लिए फॉर्म भर कर SUBMIT करें. हम आप से संपर्क कर लेंगे.

बलिया। जिलाधिकारी गोविन्द राजू एनएस के निर्देश पर हौसला पोषण योजना के बेहतर क्रियान्वयन के लिए अब क्रॉस चेकिंग करायी जाएगी. इसके लिए जिला कार्यक्रम अधिकारी रामभवन वर्मा ने सीडीपीओ को उनक कार्यक्षेत्र से भिन्न ब्लाक का आवंटन कर जरूरी निर्देश दिये हैं.

ये सीडीपीओ अतिकुपोषित बच्चों के अभिभावकों को देशी घी उपलब्ध कराने, वाल राईटिंग कराने, बर्तन क्रय करने, गर्भवती महिला व अतिकुपोषित बच्चों को निर्धारित मीनू के अनुसार खाना खिलाने आदि की जांच कर अविलम्ब आख्या उपलब्ध कराएंगी. सीडीपीओ अमरनाथ चैरसिया को चिलकहर ब्लाक व शहर क्षेत्र में, पल्लव यादव को रसड़ा व बेरूआरबारी में, शीला देवी को सोहांव व रेवती में, सुरेन्द्र सिंह यादव को गड़वार व सीयर में क्रॉस चेकिंग करने का निर्देश दिया गया है. इसी प्रकार सीडीपीओ सरस्वती शाख्या को नगरा व दुबहड़ ब्लाक में, पूनम सिंह को हनुमानगंज व मुरलीछपरा में, मालती देवी को नवानगर व बैरिया में, तारा सिंह को बेलहरी व बांसडीह में, नीलम राय को मनियर ब्लाक में तथा सुशीला देवी को पन्दह ब्लाक में जांच करने को कहा गया है.

हौसला पोषण योजना में प्रधानों की उदासीनता से अपेक्षित प्रगति देखने को नहीं मिल रही है. जिलाधिकारी गोविन्द राजू एनएस ने इसके लिए जिला पंचायत राज अधिकारी को कड़े निर्देश जारी किये है. सचेत भी किया है कि इस योजना में थोड़ी भी लापरवाही पर बड़ी कार्रवाई हो सकती है. बता दें कि इस योजना में आंगनबाड़ी कार्यकत्री तथा ग्राम प्रधान के संयुक्त खाते में सभी आंगनबाडी केंद्रों पर वाल राइटिंग के 250 रुपये तथा बर्तन खरीदने के लिए 15 सौ रुपये भेजा चुका है. लेकिन अभी तक अधिकांश गांवों में प्रधान द्वारा ये दोनों कार्य नहीं कराये गये. इससे अधिकांश केंद्रों पर खाना नहीं बन पा रहा और योजना के संचालन में बाधा उत्पन्न हो रही. इस पर नाराजगी जाहिर करते हुए जिलाधिकारी ने डीपीआरओ को निर्देश दिया है कि सभी ग्राम प्रधानों द्वारा बर्तन क्रय करने तथा वाल राइटिंग कराने को निर्देशित करें. सचेत किया है कि अगर किसी भी स्तर पर इस योजना के प्रति उदासीनता या लापरवाही की शिकायत मिली तो सम्बन्धित पर कार्रवाई तो होगी ही, व्यक्तिगत रूप से डीपीआरओ भी जिम्मेदार होंगे.