समता मूलक समाज के पैरोकार थे संत गणिनाथ

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रसड़ा (बलिया) | छुआछुत भेदभाव मिटाकर समता मूलक समाज बनाने के लिए संत गणिनाथ जीवन प्रयंच कार्य करते रहे. उपर्युक्त उद्गार शनिवार को गणिनाथ मंदिर में आयोजित पूजन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि अखिल भारतीय मद्देशिया कान्दू वैश्य महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिनेश कुमार मद्देशिया ने कही.

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उन्होंने कहा की समाज के गरीब बेरोजगारों नवयुवकों को रोजगार उपलब्ध कराना महासभा की पहली प्राथमिकता है. वैश्य समाज पर हो रहे हमलों की मुखालफत करते हुए न्याय दिलाने के लिए कार्य किया जा रहा है. विशिष्ट अतिथि पूर्व चैयरमैन लक्ष्मण गुप्ता ने कहा की समाज की रक्षा के लिये अब हमें एकजुट होने की आवश्यकता है. दिनेश कुमार गुप्ता ने कहा कि गणिनाथ जी के बताये रास्ते पर चलकर ही समाज कल्याण का कार्य किया जा सकता है.

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महिला प्रदेश अध्यक्ष सपना गुप्ता ने वाराणसी स्थित गणेश मण्डप नाटी इमली में आयोजित 11 सितम्बर को वैश्य महासंगम में अधिकाधिक लोगों को पहुंचने का आह्वान किया. जिला अध्यक्ष मनोज कुमार गुप्ता ने  सभी अतिथियों का माल्यापर्ण कर स्वागत किया. इस मौके पर प्रमोद गुप्ता, सत्य नारायन गुप्ता, गुलाब चन्द गुप्ता, धर्मनाथ गुप्ता, हेमराज आदि ने विचार व्यक्त किये. अध्यक्षता भुवाल प्रसाद व संचालन नीरज ने किया.

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