नोटबंदी पर रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत कर बच्चों ने किया धमाल

This item is sponsored by Maa Gayatri Enterprises, Bairia : 99350 81969, 9918514777

यहां विज्ञापन देने के लिए फॉर्म भर कर SUBMIT करें. हम आप से संपर्क कर लेंगे.

गाजीपुर। जनपद मुख्यालय के अंधऊ बाईपास के पास स्थित बिराईच में स्थित डालिम्स सनबीम स्कूल का वार्षिकोत्सव धूमधाम से मनाया गया. कार्यक्रम में रंगारंग प्रस्तुति करके बच्चों ने धमाल मचा दिया. इसमें सांस्कृति कार्यक्रमों की प्रस्तुति करने वाले छात्र-छात्राओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एसपी ग्रामीण अनिल सिंह सिसौदिया ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया. कार्यक्रम में बच्चों की ओऱ से नोटबंदी पर शानदार रंगारंग कार्यक्रमों की प्रस्तुति की गई. नोटबंदी पर जीवंत रंगारंग कार्यक्रमों की प्रस्तुति करके बच्चों ने आम जनता के दर्द व इससे होने वाले लाभ दोनों को मौके पर मौजूद लोगों के समक्ष रखा, जिसे लोगों ने खूब सराहा.

इसके अलावा बच्चों की ओर से पर्यावरण संरक्षण से संबंधित सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भी प्रस्तुति की गई. बच्चों की ओर से प्रस्तुत किये गये प्रत्येक कार्यक्रम इतने शानदार रहे कि पूरा कार्यक्रम स्थल तालियों की गडग़ड़ाहट से गूंजता रहा. बच्चों की प्रतिभा देखकर मौके पर मौजूद हर शख्स उनके कायल हो गये. कार्यक्रम में रंगारंग प्रस्तुतियों का असर इस कदर देखने को मिला कि शाम के समय ठंड बढऩे के बाद भी लोग मौके पर डटे रहे. बच्चों ने अपनी शानदार प्रस्तुतियों से लोगों को बैठे रहने व तालियां बजाने के लिए मजबूर कर दिया.

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एसपी ग्रामीण गाजीपुर अनिल सिंह सिसौदिया ने कहा कि वर्तमान परिवेश में अभिभावक बच्चों के साथ बहुत कम समय व्यतीत कर रहे हैं. जगह-जगह प्ले स्कूल खुल गये हैं. बच्चा ज्योहीं थोड़ा सा बड़ा हो रहा है, उसे प्ले स्कूलों में डाल दिया जा रहा है. जिसके कारण बच्चों को अपने अभिभावकों का सानिध्य बहुत ही कम मिल पा रहा है. उन्होंने कहा कि जब तक हम बच्चों के साथ अधिक समय व्यतीत नहीं करेंगे, तब तक उनके अंदर संस्कार के बीज अंकुरित नहीं कर पायेंगे. किसी भी राष्ट्र व समाज के विकास में संस्कारित नागरिकों का होना बहुत ही मायने रखता है. इसलिए हमारे बच्चे संस्कारवान हो सकें, इसके लिए हमें अधिक से अधिक समय उनके साथ व्यतीत करना चाहिए. उन्होंने अपने महकमे के संदर्भ में कहा कि ऐसी नौबत ही क्यों आए कि लोगों को कानूनों का पालन करवाने के लिए बाध्य होना पड़ा. इसके बजाय हमें ऐसी व्यवस्था बनानी चाहिए कि लोग खुद कानूनों का पालन करें. इसके लिए जरूरी है कि हम बच्चों को बचपन से ही कानूनों के बारे में जागरूक करें.

विशेष रूप से ट्रैफिक नियमों को लेकर. बच्चों को यह बताया जाए कि बगैर हेलमेट के बाइक या अन्य वाहन ड्राइविंग न करें. वाहन चलाते समय हमेशा वह अपने साइड में ही चलें. यदि बचपन में ही हम अपने बच्चों को यह बातें सीखा दें तो निश्चित रूप से वह आजीवन ट्रैफिक नियमों व अन्य कानूनों का पालन करेंगे, जिससे समाज की सभी व्यवस्थाएं सुचारु रूप से संचालित होंगी और इसका लाभ हम सभी लोगों को मिलेगा. आज के दौर में हमें बच्चों के साथ मित्रवत संबंध स्थापित करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि डालिम्स सनबीम स्कूल की ओर से बच्चों को उच्चस्तरीय शिक्षा मुहैया कराया जा रहा है, जो कि बहुत ही सराहनीय है. ऐसे स्कूलों से निश्चित रूप से जनपद में शिक्षण व्यवस्था और बेहतर होगी. आज इस स्कूल के बच्चों ने जिस तरीके से अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया है, वह वाकई में सराहनीय और प्रशंसनीय है. बच्चों के प्रदर्शन से संबंधित स्कूल के स्तर का भी पता चलता है.

यह खुशी की बात है कि डालिम्स सनबीम स्कूल की ओर से बच्चों को बेहतर शिक्षा मुहैया कराने के साथ ही उनके अंदर रचनात्मक विकास करने पर भी विशेष जोर दिया जा रहा है. यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है कि मुझे इस कार्यक्रम में शरीक होने का अवसर मिला है. जिसके कारण आज मुझे अपने महकमे से संबंधित व समाज के ज्वलंत मुद्दों पर अभिभावकों व बच्चों के साथ चर्चा करने का मौका मिला. कार्यक्रम में समाजसेवियों, पत्रकारों व प्रबुद्धजनों को भी सम्मानित किया गया. इस मौके पर डायरेक्टर एकता अखंड राय, प्रधानाचार्य आरएन उपाध्याय, मैनेजर दिवाकर मिश्रा, कोआर्डिनेटर अभिषेक कुमार, आईटी हेड कृष्णा सिंह, कस्टमर रिलेशन मैनेजर सुदीप कुमार, संतोष राय, डिम्पल राय, इंद्रजीत दूबे, अविनाश राय आदि लोग मौजूद रहे.