बलिया। पूर्व मंत्री राजधारी ने क्षेत्रीय जन सम्पर्क के बाद बताया कि सरकारी धान की खरीदारी अभी तक प्रारम्भ न होने से किसान अपना धान औने-पौने कीमत पर व्यापारी को बचेने पर मजबूर है. गांवों में व्यापारी किसान का धान उधार तथा कीमत में प्रति क्विंटल 300 रुपये से 400 रुपये तक की कमी करके खरीद रहे है. जिससे किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है.
पूर्व मंत्री ने शासन पर किसानों की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश सरकार के किसान हितैषी होने का दावा खोखला साबित हुआ है. राजधारी ने शासन एवं जिला प्रशासन से अविलम्ब धान की खरीदारी प्रारम्भ कराने की मांग की है. राजधारी ने मोदी सरकार द्वारा नोट बंदी कार्यक्रम को लागू करने के कार्य को ऐतिहासिक निर्णय बताया जिससे देश की आर्थिक विषमता एवं गैर बराबरी मे कमी आयेगी और देश में आर्थिक विकास को गति प्रदान होगी. भ्रमण के दौरान मदन सिंह, महेश राय, सुरेश सिंह, मुक्तेश्वर वर्मा, राजनाथ चैहान आदि प्रमुख रूप से शामिल थे.
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