बलिया की कराटे चैंपियन पलक बड़े सपने को पूरा करने के मकसद के साथ आगे बढ़ रही हैं

13 year old Palak achieved first place in National Karate Competition, dreams of becoming IAS
नेशनल कराटे प्रतियोगिता में 13 वर्ष की पलक ने हासिल किया पहला स्थान, पलक का आईएएस बनने का है सपना

 

बलिया. जिले के चंद्रपुरा गांव निवासी पलक गुप्ता ने नेशनल कराटे प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीता है. पलक 13 साल की है. इतनी कम उम्र में लगभग 20 से अधिक मेडल हासिल कर चुकी है.

13 year old Palak achieved first place in National Karate Competition, dreams of becoming IAS

पलक की सफलता का मंत्र

जीवन में कोई भी लक्ष्य अपने हौसले और साहस से बड़ा नही हो सकता. फिर चाहे बाधाएं कैसी भी हो, लेकिन उनको पार करके सफलता आपके कदम चूम ही लेती है. हर मुश्किल को आसान कर अपने सपनों को पूरा करने की ये कहानी 13 वर्षीया पलक गुप्ता की है.

बलिया जिले के चंद्रपुरा गांव निवासी पलक ने इतने कम उम्र में लगभग 20 से अधिक मेडल हासिल कर चुकी है. अभी हाल में ही उन्होंने नेशनल कराटे प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त कर गोल्ड मेडल जीता है.

पलक गुप्ता पुत्री संजय गुप्ता ने कहा कि मुझे शुरू से ही कराटे प्रतियोगिता पसंद थी.  यह प्रतियोगिता जितना स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है उतना ही लड़कियों के आत्मरक्षा के लिए भी जरुरी है.

जिले के बांसडीह रोड थाना क्षेत्र के चंद्रपुरा की साधारण परिवार से आने वाली बेटी ने कोलकाता में हो रहे नेशनल कराटे प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त कर गोल्ड मेडल हासिल किया है. पलक को बचपन से ही कराटे प्रतियोगिता से प्रेम रहा है.

कोलकाता के जेम्स एकेडमिया इंटरनेशनल स्कूल में हुए नेशनल कराटे प्रतियोगिता में अलग अलग राज्यों से 200 बच्चों ने प्रतिभाग किया था.

ऐसे हुई पलक की शिक्षा-दीक्षा
पलक गुप्ता एक गरीब घर की बेटी हैं. उसके पिता किसानी करते हैं. फिर भी इस बच्ची के हौसले को और बुलंद बनाने के लिए परिवार ने हौसला बुलंद किया.चुकी पलक शुरू से ही तेजतर्रार हैं. इसलिए घर वालों ने भी इनको अच्छी शिक्षा देने में कोई कसर नहीं छोड़ा है. पलक सहरसपाली में स्थित सेक्रेट हार्ट स्कूल की 9 वीं की छात्रा हैं. जहां पर इनकी शुरू से शिक्षा दीक्षा चल रही है और हर समय पलक अपने हुनर के कारण जिले का नाम रोशन करती रहीं हैं.

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आईएएस बनना है पलक का सपना
पलक ने अपनी सफलता का श्रेय विद्यालय परिवार, माता-पिता व अपने कोच को देते हुए कहा कि जिस प्रकार से मुझे आगे बढ़ाने के लिए मेरा परिवार मेरे ऊपर विश्वास किया है.

13 year old Palak achieved first place in National Karate Competition, dreams of becoming IAS

उस पर मैं खरा उतरूंगी और मेरा सपना है कि आईएएस बनकर देश की सेवा करूं. मुझे पूरी उम्मीद है की विद्यालय परिवार, माता-पिता और कोच का आशीर्वाद मुझे अपने मंजिल तक पहुंचाने में मददकार साबित होगा.

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