विश्वविद्यालयों में हो नम्बर वन बनने की स्पर्धा: राज्यपाल

This item is sponsored by Maa Gayatri Enterprises, Bairia : 99350 81969, 9918514777

यहां विज्ञापन देने के लिए फॉर्म भर कर SUBMIT करें. हम आप से संपर्क कर लेंगे.

चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय के द्वितीय स्थापना दिवस समारोह में डिप्टी सीएम डॉ दिनेश शर्मा संग हुए शामिल

दीनदयाल उपाध्याय शोधपीठ, पं हजारी प्रसाद द्विवेदी भोजपुरी केंद्र व हिस्टी म्यूजियम का किया लोकार्पण

बलिया। जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय का द्वितीय स्थापना दिवस समारोह शनिवार को आयोजित हुआ. इसमें बतौर मुख्य अतिथि राज्यपाल रामनाईक व विशिष्ट अतिथि डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा शामिल हुए. समारोह की शुरुआत से पहले दीनदयाल उपाध्याय शोधपीठ, हिस्टी म्यूजियम व पंडित हजारी प्रसाद द्विवेदी भोजपुरी केंद्र का लोकार्पण अतिथि द्वय ने किया. साथ ही ‘मंथन’ स्मारिका का विमोचन भी किया.

राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालयों में भी आपस में नम्बर वन बनने की स्पर्धा होनी चाहिए. इसके लिए जरूरी है कि सभी विश्वविद्यालय बेहतर से बेहतर करने का प्रयास करें. उन्होंने पूर्व पीएम चंद्रशेखर को श्रद्धाजंलि देते हुए उनके साथ के समय को साझा किया. कहा, चन्द्रशेखर काफी कम समय 224 दिन ही पीएम थे, लेकिन उसी दिनों में जो काम कर दिखाया वह प्रेरणा लेने वाली थी. आवाह्न किया कि उनका नाम लेना ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि उनके विचार, कार्य एवं क्रियाकलापों पर चर्चा और उनके व्यक्तित्व व कृतित्व पर अध्ययन होते रहना चाहिए. विगत वर्ष के रिजल्ट पर चर्चा करते हुए कहा कि लड़कियों की सफलता प्रतिशत ज्यादा है, जो हर्ष की बात है. सभी यूनिवर्सिटी का दीक्षांत समारोह समय पर हो गया. इसमें भी छात्राओं का सफलता प्रतिशत ज्यादा रहा. लड़कियों के आगे बढ़ने का यह आंकड़ा बता रहा की यूपी भी अब सही दिशा में जा रहा है. उन्होंने कहा कि इस बार तीन लाख उपाधियां कम दी गई, जिसकी वजह नकलविहीन परीक्षा बताई जा रही है. प्रगति का एक लक्षण यह भी है. महिला सशक्तिकरण को भी आज के समाज की दृष्टि से बेहद जरूरी बताया. अंत में उन्होंने अपनी पुस्तक ‘चरैवेति-चरैवेति’ के अर्थ को समझाया और सबको ‘चलते रहो-चलते रहो’ की प्रेरणा दी.

बलिया को समृद्धता की ओर ले जाना सबकी जिम्मेदारी: डिप्टी सीएम

उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने अफसोस जताते हुए कहा, आज बलिया को अति पिछड़ा जनपद के रूप में जाना जाता है. इसका मूल कारण जो भी हो, लेकिन अब इसको समृद्धता की ओर ले जाना है. इसके लिए सरकार भी गंभीर है. भरोसा दिलया कि बलिया को बेहतर बनाने का हमारा पूरा प्रयास होगा. उच्च शिक्षा मंत्री शर्मा ने विश्वविद्यालय के विकास पर चर्चा करते हुए कहा कि राज्यपाल के निर्देश पर जमीन स्थानांतरित करने की कार्रवाई में आ रही बाधाओं को दूर किया. वन विभाग और विवि के बीच की विसंगति को दूर कराया. फिर करीब 5 करोड़ रुपये आवंटित करते हुए ढाई करोड़ दे भी दिए. यहां से जाते ही बाकी धनराशि भी भेज दी जाएगी. बजट का प्राविधान करते हुए यूनिवर्सिटी को साधन-संसाधन युक्त बनाया.
उन्होंने कहा कि निजी विश्वविद्यालय एक्ट लाएंगे, जिसमें संचालन की स्वतंत्रता तो होगी लेकिन स्वच्छंदता नहीं. उन्होंने कहा कि 47 और महाविद्यालय खुलेंगे, जिसमें 26 मॉडल कॉलेज होंगे.

विवि में किए 70 पद सृजित

डॉ दिनेश शर्मा ने कहा कि जननायक चन्द्रशेखर यूनिवर्सिटी में 10 प्रोफेसर, 20 एसोसिएट प्रोफेसर समेत 70 शैक्षणिक पद सृजित किए. एक साथ इतना बड़ा पद शायद और कभी सृजित नहीं हुआ. विश्विद्यालय से अन्य कालेज को जोड़े जाने के लिए एक समिति बनाई गई है. विश्विद्यालय की कार्यप्रणाली में भी व्यापक सुधार हुआ है. पहले कोई मार्कशीट या डिग्री लेने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती थी. लेकिन आज पोर्टल् के जरिए आसानी से ये काम हो जा रहा. दीनदयाल शोधपीठ की स्थापना यहाँ के लिए बहुत अच्छी चीज है. इसके लिए और डेढ़ करोड़ रूपए देने की बात कही. उन्होंने विवि के संचालन की सराहना करते हुए कहा, डेढ़-दो साल का विवि समय से नकलविहीन परीक्षा और रिजल्ट दे दिया, यह बहुत ही सराहनीय है. उन्होंने कहा कि समय से सत्र और पठन-पाठन शुरू करने का निर्णय लिया. धरातल पर ऐसा हुआ भी और इसी वजह से आज माध्यमिक व उच्च शिक्षा में भारी बदलाव देखने को मिल रहा है. विवि में विदेशी भाषाओं को भी शामिल करने की पहल शुरू की. रोजगारपरक शिक्षा को जोड़ने का काम किया। प्रयास यही है कि शिक्षा के साथ रोजगार भी सुनिश्चित कराया जा सके. आवाह्न किया कि कैम्पस सलेक्शन के लिए यहां भी विचार होना चाहिए. कहा कि उस हिसाब से इस विवि में पाठ्यक्रम का निर्धारण हो. 47 नए महाविद्यालय खोलने जा रहे हैं. सरकारी स्कूलों में लोगों को जाने को प्रेरित करने पर भी हमारा जोर है.

जिले को मिली ये सौगातें

डिप्टी सीएम डॉ शर्मा ने बताया कि जिले के राजकीय स्कूलों में गणित व विज्ञान की सुविधा नहीं थी. लेकिन अब छह राजकीय विद्यालय बलिया शहर के अलावा बांसडीह, रसड़ा, चितबड़ागाव, जयप्रकाशनगर व बैरिया में गणित और जीवविज्ञान की कक्षाएं चलेंगी. दो माध्यमिक विद्यालय सिंधौली व मोतिरा में दिया गया है, जो दीनदयाल उपाध्याय मॉडल स्कूल होगा. बेल्थरारोड व सिकंदरपुर में भी नए राजकीय इंटर कालेज की भी स्थापना शीघ्र होगी. उन्होंने बताया कि माध्यमिक शिक्षा के तहत 2700 कौशल विकास केंद्र भी खोलने पर काम हो रहा है. विभिन्न आईटी सेक्टर की कम्पनियों से टाई-अप होगा. इसका उद्देश्य यही है कि छात्रों को रोजगार मुहैया कराया जा सके.

अब नकल नहीं, अक्ल के लिए जाना जाएगा बलिया

डिप्टी सीएम ने बोर्ड परीक्षाओं में नकल पर लगाम कसने पर विशेष जोर दिया. साफ कहा कि परीक्षा केंद्रों की सिफारिस नहीं सुनी जाए. मानक के अनुरूप केंद्र बने और नकलविहीन परीक्षा हो. अब बलिया नकल के लिए नहीं, बल्कि अक्ल के लिए जाना जाएगा. फर्जी नियुक्तियों के सम्बंध में कहा कि अगर ऐसा संज्ञान में आया तो जिम्मेदार अफसर जेल जाएंगे. उन्होंने कहा कि भारत में अध्ययन करने दूसरे देश से लोग आते थे. लेकिन अफसोस है कि कुछ समय पहले यहां नकल के लिए बाहर से लोग आते थे. हमने सरकार में आते ही इस पर लगाम कसी. इसमें अगर कोई कसर बची होगी तो इस बार वह भी दूर हो जाएगी.

शैक्षिक पंचांग के तहत होगा ट्रांसफर व अन्य काम

डॉ. शर्मा ने कहा कि स्थानांतरण के लिए अध्यापकों को भारी मशक्कत करनी पड़ती थी. लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. शैक्षिक पंचांग तैयार हुआ है जिसके तहत समय से सब काम होगा. स्थानांतरण की पारदर्शी प्रक्रिया बनी है, जिससे इतर कोई ट्रांसफर नहीं होगा. यही नहीं, बिना किसी की सिफारिस के लिए नियमानुसार स्थानांतरण भी होगा और आसानी से प्रबन्धक कार्यभार ग्रहण भी कराएंगे. यही इस पंचांग की खूबी होगी.
विवि की बेहतरी में राज्यपाल व डिप्टी सीएम की अहम भूमिका: कुलपति

कुलपति डॉ. योगेंद्र सिंह ने यूनिवर्सिटी, शहीद स्मारक व सुरहा ताल के इतिहास से अवगत कराते हुए अतिथि द्वय को अंगवस्त्रम व स्मृति चिन्ह देकर स्वागत किया. साथ ही कुलाधिपति/राज्यपाल की ‘चरैवेति-चरैवेति’ जैसी प्रेरणादायक पुस्तक की सराहना करते हुए उनके कार्यों की तहेदिल से प्रशंसा की. वहीं डिप्टी डीएम डॉ दिनेश शर्मा के प्रति भी आभार जताया. कुलपति ने आगे कहा, विवि के शैक्षिक स्तर पर विकास के लिए अतिथि द्वय हमेशा तत्पर रहे. दोनों लोगों से जब भी मिला, विश्वविद्यालय को कुछ न कुछ मिलता रहा. नतीजन, कम समय में तेजी से विकसित रूप धारण कर रही यूनिवर्सिटी बुलंदियों की तरफ जा रही है. मऊ व गाजीपुर के महाविद्यालय भी जुड़ने वाले हैं. इसके लिए प्रक्रिया चल रही है. अपने पहले वर्ष में ही महज सीमित संसाधन में सुचितापूर्वक परीक्षा सम्पन्न कराई गई. प्रदेश सरकार के सहयोग से बहुत जल्द यह विवि बुलंदियों पर होगा. कुलपति ने यूनिवर्सिटी से सम्बन्धित सम्पूर्ण जानकारी साझा की.
समारोह में ये रहे मौजूद

समारोह में जयप्रकाश विवि छपरा के कुलपति प्रो.हरिकेश सिंह, विधायक आनंद स्वरूप शुक्ला, पूर्व मंत्री अम्बिका चौधरी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दयाशंकर सिंह, पूर्व विधायक भगवान पाठक, सुधीर राय, मुख्य कोषाधिकारी प्रकाश सिंह, जिपं सदस्य अमित यादव, दूजा देवी के प्राचार्य पंकज सिंह, ज्योतिप्रकाश चौहान समेत अन्य अतिथि मौजूद थे.