यहां विज्ञापन देने के लिए फॉर्म भर कर SUBMIT करें. हम आप से संपर्क कर लेंगे.
बलिया। राष्ट्रव्यापी लोकतंत्र बचाओं आंदोलन के अंतर्गत ईवीएम हटाओ, बैलेट पेपर लाओ और लोकतंत्र बचाओ इस अभियान के अंतर्गत भारत के 550 जिला मुख्यालयों पर सामाजिक संगठनों तथा राजनीतिक पार्टियों द्वारा भारत के लोकतंत्र को बचाने के लिए 21 अप्रैल को सुबह 11 बजे से सायं पांच बजे तक प्रदर्शन व रैलियां की गयी.
यह प्रदर्शन रैलियां ईवीएम के द्वारा चुनाव प्रक्रिया बंद करके बैलेट पेपर के आधार पर चुनाव कराने की मांग को लेकर हुईं. क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने आठ अक्टूबर 2013 को यह आदेश दिया था कि ईवीएम से मुक्त निष्पक्ष एवं पारदर्शी चुनाव नहीं हो सकता है. इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि इसलिए ईवीएम के साथ पेपर ट्रेल मशीन लगाने का आदेश भी सुप्रीम कोर्ट ने दिया था. लेकिन चुनाव आयोग ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन नहीं किया. ऐसा करके चुनाव आयोग ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उल्लंघन किया है. यह बहुत गंभीर बात है, इससे न्याय पालिका की अवमानना हुई है. मशीन के साथ पेपर ट्रेल मशीन ना लगाने की वजह से वोटों का सत्यापन करना सम्भव नहीं है. यही वजह है कि मशीन के उपर से जनता का विश्वास खत्म हो गया है. मशीन में वोटर के वोटों का सत्यापन करने का प्रावधान ना होने की वजह से अर्थात पारदर्शिता ना होने के कारण नागरिकों के मौलिक अधिकार के हनन होने के साथ-साथ लोकतंत्र की भी हत्या हो रही है. अभी तक देश के प्रमुख राजनीतिक दलों ने सामाजिक संगठनों ने विविध संस्थाओं ने ईवीएम पर अविश्वास जताया है और सुप्रीम कोर्ट भी इस बात को मानता है. संयोजक शैलेन्द्र कुमार के नेतृत्व में लोगों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा.