टिहरी में कैद पतित पावनी गंगा की मुक्ति व संरक्षण के लिए निकली यात्रा का स्वागत

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बैरिया(बलिया)। कोटवां नारायणपुर से चलकर जयप्रकाश नगर तक जाने वाली गंगा समग्र जन चेतना यात्रा बृहस्पतिवार की शाम बैरिया बैरिया पहुंची. जहां यात्रा में शामिल लोगों का स्थानीय लोगों द्वारा भव्य स्वागत किया गया.

चेतना यात्रा के रथ पर सवार संत रामनारायणाचार्य उर्फ रामजी दास व प्रांत प्रमुख गिरीश नारायण चतुर्वेदी सहित अन्य लोगों को फूल माला पहनाकर स्वागत किया गया.
गंगा समग्र जन चेतना यात्रा के मंच से संत रामनारायणाचार्य उर्फ रामजी दास ने अपने संबोधन में गंगा को साफ-सुथरा रखने, गंगा में गंदगी न फैलाने का संकल्प स्थानीय लोगों से करवाया. वहीं टिहरी में बांध बनाकर कैद की गई पतित पावनी मां गंगा को मुक्त कराकर उनके अविरल धारा प्रवाह शुरू कराने की मांग की. कहा कि ऐसे नहीं हुआ तो हमारे बच्चे किताबों में पढ़ेंगे की भारत में गंगा बहती थी. गंगा भारतीय लोगों की जीवन धारा है. हर हाल में मां गंगा को मुक्त किया जाना चाहिए. उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि गंगा की अविरलता के लिए केंद्र सरकार भी गंभीर नहीं है. जरूरत पड़ी तो इसके लिए जनांदोलन चलाया जाएगा.
कार्यक्रम को गिरीश नारायण चतुर्वेदी, राजेश गिरि, भूपेंद्र मिश्र, अनिल पांडेय, राजू सिंह, जेपी मिश्र, राजेंद्र मिश्र सहित दर्जन भर लोगों ने संबोधित करते हुए गंगा की अविरलता बनाए रखने के लिए लोगों से सहयोग व समर्थन मांगा. बैरिया में एक घंटा तक उक्त यात्रा के ठहराव के बाद उक्त यात्रा के लोग जयप्रकाशनगर के लिए प्रस्थान कर गए.

जयप्रकाशनगर पहुंचने से पहले यात्रा शुक्रवार को सती घाट बहुआरा पतित पावनी गंगा के तट पर पहुँची. वहां के स्थानीय लोगों द्वारा यात्रा का भव्य स्वागत किया गया. संत रामनारायणाचार्य उर्फ रामजी दास व प्रांत प्रमुख गिरीश नारायण चतुर्वेदी सहित अन्य लोगों को फूल माला पहनाकर स्वागत किया गया. गंगा समग्र जन चेतना यात्रा के मंच से संत रामनारायणाचार्य उर्फ रामजी दास ने यहा भी उमड़े लोगों से गंगा को साफ-सुथरा रखने, गंगा में गंदगी न फैलाने का संकल्प स्थानीय लोगों से करवाया. कार्यक्रम को गिरीश नारायण चतुर्वेदी, राजेश गिरि, दिनेश राय, रंग नाथ मिश्र, सुरजीत जी, डाक्टर दिवाकर तिवारी, गुप्तेश्वर पाठक सहित दर्जन भर वक्ताओं ने गंगा को अविरल बनाने को लेकर सहयोग व समर्थन माँगा. इस अवसर पर धर्मवीर उपाध्याय, मुटन राय, बगेदन पासवान, दिनेश राय, अवध राम सहित दर्जनों लोग उपस्थित रहे. उसके बाद दोपहर ठहराव के बाद उक्त यात्रा सायं काल जयप्रकाशनगर के लिए प्रस्थान कर गई.