आज जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय के विभिन्न महाविद्यालयों में उस दिवंगत शिक्षक के प्रति शोक संवेदना व्यक्त की गई और शोक के साथ साथ सरकार के प्रति रोष व्यक्त किया गया.
जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर संजीत कुमार गुप्ता ने तरबूज, कुलसचिव एस o एल o पाल ने केला, छात्र कल्याण अधिष्ठाता डॉक्टर अजय कुमार चौबे ने पपीता का पौधा लगाकर कृषि फार्म पर शुभारम्भ किया .
जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. संजीत कुमार गुप्ता ने मीडिया से आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर है.
यह विवि अभी निर्माण की प्रक्रिया में है और यह सुखद है कि सरकार का ध्यान इसके विकास की ओर है. उन्होंने केन्द्र सरकार और विशेषकर माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी का विवि के विकास के लिए अनुदान स्वीकृत करने के लिए आभार व्यक्त किया.
जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय के कुलसचिव एस0 एल0 पाल ने प्रधानमन्त्री 20 फरवरी, 2024 को वीडियो कान्फ्रेन्सिंग के माध्यम से प्रधानमन्त्री उच्चतर शिक्षा अभियान (PM-USHA) के अन्तर्गत अनुमोदित परियोजनाओं का डिजिटल लान्च कार्यक्रम सुनिश्चित है .
वाई का तात्पर्य युवा, ए का तात्पर्य यह अन्नदाता एवं एन का तात्पर्य नारी है अर्थात आने वाला बजट गरीबों, युवाओं, अन्नदाताओं एवं महिलाओं के उत्थान एवं कल्याण पर विशेष केंद्रित होगा.
श्री रामजन्म भूमि पर भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय में 22 जनवरी, 2024 को सुंदरकाण्ड भजन एवं दीपोत्सव का आयोजन किया जाएगा.
जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय के नैक टीम ने राजभवन, लख़नऊ में राज्यपाल /कुलाधिपति श्रीमती आनंदी बेन पटेल के समक्ष नैक के सभी सात क्राईटेरिया की प्रस्तुति दी.
जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय के कुलसचिव एस. एल. पाल ने बताया कि भीषण शीतलहर के दृष्टिगत कुलपति प्रो. संजीत कुमार गुप्ता के आदेशानुसार विश्वविद्यालयीय परीक्षाओं की प्रातः पाली (08:00 am से 11:00 am) की समयावधि में परिवर्तन किया गया है.
इस मौके पर अध्यक्षता कर रहे जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर संजीत कुमार गुप्ता ने भी ग्रामीण पत्रकारिता के गुण रहस्यों पर विस्तार से चर्चा किया.
इस अवसर पर लिविंग लिजेंड्स ऑफ़ बलिया फोरम के तत्वावधान में ‘विकसित भारत @2047 में बलिया का योगदान एवं स्वरुप’विषय पर एक आभासीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया.