स्नान पर्व पर आने वाले श्रद्धालुओं को बलिया में मिले हर सुविधा इसका रखेंगे ख्याल-दया शंकर सिंह

मंत्री देर शाम को ही गंगा नदी के संगम तट पर पहुंच गए और व्यवस्थाओं का जायजा लिए. उन्होंने स्नान पर्व पर पहुंचने वाली अपार भीड़ के मद्देनजर अधिकारियों से पूरी तैयारी के बारे में जानकारी ली और आवश्यक निर्देश दिए.

कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर श्रद्धालुओं ने गंगा नदी के विभिन्न घाटों पर ब्रह्म मुहूर्त में लगाई आस्था की डुबकी

स्नान ध्यान करने के बाद लोगों ने दान पुण्य भी किया. लोगों के बाहर सड़कों पर बेतरतीब खड़े होने के कारण पचरुखिया से लेकर रामगढ़ तक जाम की स्थिति बनी रही.

कार्तिक पूर्णिमा पर्व सरजू नदी के तुर्तीपार घाट पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी

सोमवार की रात से ही श्रद्धालु सरजू नदी के तट पर जमा होना शुरू हो गए. इस दौरान रात में मऊ व देवरिया से आने वाली ट्रेनों से श्रद्धालुओं से खचाखच भरा रहे तुर्तीपार चट्टी पर घाट के आसपास मेले का भी आयोजन किया गया.

मोक्ष की कामना को लेकर श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान के बाद महर्षि भृगु व दर्दर मुनि के किए दर्शन

सेवा शिविर के माध्यम से लोगों को उचित राय एवं परामर्श दिया जा रहा था भृगु जी मंदिर के सामने पूर्व मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला के सहयोगी शिविर लगाए हुए थे.

छठ मइया के गीत गाते हुए घाटों पर पहुंचे श्रद्धालु, व्रती महिला-पुरुषों ने अस्तगामी सूर्य को दिया प्रथम अर्घ्य

आस्था के इस महापर्व पर व्रतधारी महिला और पुरूष दोपहर बाद अपने घरों से दऊरा और सूप में पूजन सामग्री सजाकर छठघाट की ओर रवाना होने लगे थे. उनके साथ उनके परिजन एवं मोहल्ले के लोग छठ मइया के मंगल एवं भक्ति गीत गाते हुए उत्साह एवं श्रद्धा के साथ छठघाट पर पहुंच रहे थे.

श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ की कलश यात्रा में हजारों भक्तों के साथ शामिल हुए सांसद नीरज शेखर व परिवहन मंत्री दयाशंकर

कलश यात्रा में राज्यसभा सांसद नीरज शेखर, दयाशंकर सिंह परिवहन मंत्री, यज्ञ समिति के सचिव सुरेन्द्र मिश्रा, सुरेंद्र सिंह पूर्व विधायक तथा जय मां काली बखोरापुर वाली के मुख्य सरंक्षक सुनील सिंह गोपाल ने हिस्सा लिया.

श्रीलक्ष्मी नारायण महायज्ञ की जल यात्रा का मार्ग निर्धारित, शामिल होंगे यूपी बिहार के हज़ारों श्रद्धालु

. 4 अक्टूबर को कलश जल यात्रा आयोजित है. जिसका रूट महायज्ञ आयोजन समिति तथा प्रशासन की बैठक में निर्धारित कर आमजन के सूचनार्थ सार्वजनिक कर दिया गया है. श्री लक्ष्मीनारायण महायज्ञ में अपनी सहभागिता दर्ज कराने काफी संख्या में प्रसिद्ध साधु-संत, महात्मा, कथावाचक, श्रद्धालु एवं भक्तगण झारखंड, बिहार सहित भारत के अन्य राज्यों से आना शुरु कर दिया है. बाहर से आने वाले संत-महात्माओं, आचार्यों एवं अतिथियों के लिए आवास, कुटिया एवं भोजन आदि की उत्तम व्यवस्था की गई है.