प्रतियोगिता का शुभारम्भ प्राचार्या डॉ सुशीला सिंह के उद्बोधन से हुआ. प्राचार्या ने अपने संबोधन में कहा कि भारत एक कला प्रधान देश है. यहां की कलाकृतियां दुनिया में प्रसिद्ध है. रंगकर्मी अपने हुनर के बदौलत बालू और रेतो पर भी अपने कला का प्रदर्शन कर रहे है.