आरती रोते-रोते बेहोश हो जा रही और बच्चे एक टक मां को निहार रहे

वहां वह क्षण कितना मार्मिक और हतप्रभ करने वाला होता है, जब किसी खुशी के मौके पर मांगलिक गीत अचानक शोक गीत में बदल जाए.

उधर कोहरत के भात की तैयारी थी, इधर घाघरा में डूबे दामाद की लाश निकाली जा रही थी

सिकंदरपुर तहसील क्षेत्र के डूंहा गांव में शनिवार को घाघरा नदी में स्नान करते समय दिवाकर प्रजापति (30) की डूबने से  मौत हो गई.