डॉ. विवेकी राय – यहीं पैदा हुए, पले-बढ़े और ऐसा रचे कि दिलों में घर कर गए

साहित्यकार डॉ.विवेकी राय ऐसे के प्रशंसकों में बुद्धिजीवी, राजनीतिक, समाजसेवी, व्यावसायी भी शामिल हैं. रविवार को अग्रवाल पैलेस में आयोजित इस श्रद्धांजलि सभा में इसका एहसास हुआ. इस श्रद्धांजलि सभा में जनपद के साहित्यकार, शिक्षक, वकील, चिकित्सक, पत्रकार सहित राजनीतिक, समाजसेवी तक सभी तबके के लोग पहुंचे.

सियासी दिग्गज बोले, विवेकी राय की रचनाओं में गंवई माटी की सोंधी महक

प्रख्यात साहित्यकार डॉ. विवेकी राय को सियासी दिग्गजों ने शनिवार को श्रद्धांजलि दी. नगर के बड़ीबाग स्थित डॉ. विवेकी राय के घर पर पहुंचकर बलिया सांसद भरत सिंह, जहूराबाद विधायक शादाब फातिमा, पूर्व सांसद राधेमोहन सिंह, वरिष्ठ भाजपा नेता सच्चिदानंद राय ने डॉ. राय के कृतियों व उनके व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए उन्हें याद किया.

डॉ.विवेकी राय का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन

हिंदी और भोजपुरी के प्रख्यात आंचलिक साहित्यकार डॉ. विवेकी राय का पार्थिव शरीर मंगलवार की शाम मोक्ष तीर्थ मणिकर्णिका घाट पर पंचतत्व में विलीन हो गया. मुखाग्नि छोटे पुत्र दिनेश राय पोते एश्वर्य राय, यशवन्त राय एवं आनन्द राय ने दी.

बहुत कचोट रहा डॉ. विवेकी राय का जाना

प्रख्यात साहित्यकार डॉ. विवेकी राय के निधन पर सांस्कृतिक संस्था अंकुर के सदस्यों की एक बैठक संत यतीनाथ परिसर मे आहूत की गई, जिसमें उनका भाव पूर्ण स्मरण किया गया.

डॉ. विवेकी राय को श्रद्धांजलि देने वालों का तांता लगा

प्रख्यात साहित्यकार व यश भारती से सम्मानित डॉ. विवेकी राय का मंगलवार को सुबह वाराणसी मे निधन हो गया. सुबह से ही उन्हें श्रद्धांजलि देने वालों का तांता लगा हुआ है. इसी क्रम में रेल राज्य मंत्री / संचार राज्‍यमंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार) मनोज सिन्हा ने वाराणसी पहुंच कर परिजनों से शोक संवेदना प्रकट करते हुए उनके पार्थिव शरीर पर माल्यार्पण कर अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके आत्मा की शांति के लिए परमात्मा से प्रार्थना की.

भोजपुरिया मिजाज की थाती विवेकी राय चल दिए

यश भारती से सम्मानित विख्यात साहित्यकार डॉ. विवेकी राय का वाराणसी में लंबी बीमारी के बाद मंगलवार की भोर 4.00 बजे निधन हो गया. बड़ी बाग मुहल्ला निवासी डॉ. विवेकी राय की तबियत एक सप्ताह से खराब चल रही थी. उन्हें वाराणसी के एक अस्पताल में भरती कराया गया था. हालत गंभीर होने के कारण उन्हें वाराणसी स्थित गैलेक्सी अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था.