Poets gathered applause after reciting their creations.

अपनी – अपनी रचना सुना कर कवियों ने बटोरी तालियां

एडवोकेट व कवि अशोक तिवारी ने अपनी रचना लोर अखियां में काहे तराइल बा कतहुं लागेला केंहु दुखाइल बा गाकर तालियां बटोरी.