घट रही हैं बलिया में महिलाएं!

2017 में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर जिला प्रशासन प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के मतदाता सूची को दुरुस्त करने में युद्धस्तर पर जुटा हुआ है. निर्वाचन से जुड़े अधिकारियों की सबसे बड़ी चिंता एपिक और जेंडर लिंगानुपात में भारी अंतर को लेकर है. एपिक संवाद 7 फ़ीसदी ही होना चाहिए, जबकि यह अंतर बलिया में बहुत ज्यादा है. कहीं-कहीं तो यह अनुपात 80 से 90 फीसदी तक भी है. उसी तरह लिंगानुपात में भारी अंतर देखने को मिल रहा है. एक हजार पुरुष पर महिला मतदाताओं की संख्या कम से कम 930 होनी चाहिए, जबकि वर्तमान में यह संख्या 810 या इससे भी कम है.