होली का पहला मोर्चा बच्चों ने संभाला फिर आए जवान

होली खेलने व रंग फेंकने और एक दूसरे को अबीर गुलाल लगाने का सुबह का पहला मोर्चा बच्चों ने संभाला. सुबह होते ही वह सड़क की पटरियों और गली मोहल्लों में घरों से बाहर आ गए और गुजर रहे लोगों को पिचकारी, डब्बा, बैलून से रंग फेकना शुरू कर दिया. बच्चों के होली खेलने का दौर लगभग एक घंटा चला और इसके बाद बड़ों ने भी सड़क पर उतर कर रंग खेलना शुरू किया. कहीं-कहीं डीजे की धुन पर युवा रंगों से सराबोर होकर होली का आनंद ले रहे थे, तो कहीं युवाओं की टोली सड़कों पर निकलकर रंग खेल रही थी.