भगवान शंकर के शिवलिंग पर चढाये जाने वाली बस्तुओं में बेल और बेल पत्र जहां एक ओर परिस्थितिवश औषधि है, वहीं दूसरी ओर इसी पत्ती का एक आध्यात्मिक पक्ष भी है. विकास राय के शब्दों में जानिए क्या है इसकी खासियत
कभी सिताबदियारा में ऐसे ही एक महान संत का पदापर्ण हुआ, जिनके बदौलत यहां सेवा दास शिव मंदिर की स्थापना संभव हो सकी. महाशिव रात्रि पर वही शिव मंदिर संपूर्ण सिताबदियारा वासियों के लिए आस्था का केंद्र बन जाता है.