‘मंगल‘ मस्ती में चूर चलल, पहिला बागी मसहूर चलल, गोरन का पलटनि का आगे, बलिया के बाँका शूर चलल

भारत ही नहीं, विश्व भर में ब्रिटिश राज्य फैला हुआ था. कहते है उनके राज्य में सूर्य कभी अस्त नहीं होता था. फिर किसी की क्या मजाल कि ब्रिटिश हुकुमत के खिलाफ कोई आवाज निकाल दे.

संगीन पे धर कर माथा, सो गए अमर बलिदानी

कभी ना अस्त होने वाले अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ किसी में बगावत करने की हिम्मत नहीं होती थी. दिन प्रतिदिन अंग्रेजों के अत्याचार बढ़ते जा रहे थे. बेवजह भारतीय सताए जाने लगे चारों ओर हाहाकार मचा था.