बरसात में बिजली गिरने या वज्रपात से बचाव के लिए बलिया में एडवाइजरी जारी

सावधानी और तैयारी ही एकमात्र तरीका है जिसके द्वारा वज्रपात के खतरे को कम किया जा सकता है या उसके प्रभाव से बचा जा सकता है.

चिलकहर में कोरोना वायरस के बचाव के बारे में लोगों को दी जानकारी

रोकथाम के लिए जरूरी उपाय जैसे हाथ को साबुन या सेनिटाइजर से साफ करने, नाक और मुंह पर बार-बार हाथ न लगाने, खांसी होने पर रूमाल या मास्क लगाकर रखने के लिए कहा.

बसरिकापुर गांव के पशु आरोग्य शिविर में पशुओं का मुफ्त इलाज

कछुआ बसरिकापुर गांव में पशुपालन विभाग के सौजन्य से आयोजित पंडित दीनदयाल पशु आरोग्य शिविर में सैकड़ों पशुओं का मुफ्त टीकाकरण और दवा बांटी गयी.

प्रशिक्षण शिविर में पशुओं की बीमारी और बचाव बताये

पशुपालन विभाग द्वारा स्थानीय राजकीय पशु चिकित्सालय के प्रांगण में सोमवार को ग्लैंडर्स और फ़ारसी बीमारी संबंधी एक प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया.

नुक्कड़ नाटक के जरिए कुपोषण के प्रति किया जागरूक

लोगों को कुपोषण के प्रति जागरूक करने के लिए नुक्कड़ नाटक ‘जश्न-ए-सुपोषण’ पूरे शहर और ददरी मेले में पेश किया गया. एनीमिया के लक्षण और बचाव के तरीके भी बताये.

बलिया शहर के कई वार्डो में डेंगू की दस्तक

जिला अस्पताल में डेंगू के लक्षण वाले मरीजों का आना जारी है. इलाज का पर्याप्त प्रबंध न होने से मरीजों को वाराणसी या दूसरे शहरों में जाना पड़ रहा है.

बाढ़ पीड़ितों को बचाने में डटी है NDRF टीम, राहत सामग्री के 700 पैकेट बांटे

NDRF टीम रिंग बांध के घेरे के गांवों में लाउडस्पीकर से जलस्तर बढ़ने की चेतावनी दे रही है. लोगों से जल्दी किसी सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कह रही है.

दया छपरा में 4 लोगों को सुरक्षित निकालना था चुनौती भरा:गुप्ता

कोई चुनौतीपूर्ण काम के सवाल पर कमांडर गोपी गुप्ता ने कहा कि पिछले दिनों दया छपरा में टापू में फंसे चार लोगों को बचाकर निकालना काफी चुनौती भरा था.

बाढ़ राहत कार्य में जुटी हैं NDRF की दो टीमें

11 वीं वाहिनी NDRF की दो टीमें 06 नावों और 50 बचाव कर्मियों के साथ दुबे छपरा में तैनात हैं. टीमों में गोताखोर,पैरामेडिक्स, टेकनीशियन शामिल हैं. वे डीप डाइविंग सेट, लाइफ ब्वॉय, लाइफ जैकेट और अन्य बचाव उपकरणों के साथ लैस हैं.

जन चौपाल में संक्रामक रोग से बचाव की दी जानकारी

DM भवानी सिंह खंगारौत की अध्यक्षता में माध्यमिक विद्यालय बरवा में संक्रामक रोग नियंत्रण से बचाव के बारे में बताया. उन्होंने.झोलाछाप से बचने की सलाह दी.

बाढ़ कटान राहत कार्य में धांधली का खेल शुरू- विनोद सिंह 

सरकार भले ही गंगा व घाघरा नदी कटान से बचाव के लिये लाख प्रयास करे. लेकिन बाढ़ विभाग के अधिकारी सरकार के प्रयासों पर पानी फेरने से बाज नहीं आ रहे है.

एनडीआरएफ व पीएसी राहत व बचाव कार्य में जुटी

बाढ प्रभावित क्षेत्रों में बचाव एवं राहत कार्य तेजी से किया जा रहा है. एनडीआरएफ की 05 टीमें व 03 फ्लड पीएसी बचाव कार्य में लगी हुई है. बुधवार तक बाढ से प्रभावित गांवों की संख्या 192 तथा प्रभावित जनसंख्या 01 लाख 87 हजार 127 हो गयी है. कुल प्रभावित पशुओं की संख्या 9085 हो गयी है.

जिले में चल रही हैं 699 नावें, 62 बाढ़ चौकियां

मंगलवार को गंगा नदी का जलस्तर गायघाट पर 60.310 मी है, जो बढ़ाव पर है. घाघरा नदी का जलस्तर डीएसपी हेड गेजस्थल पर 63.200 मी है और घटाव पर है. टोंस का जलस्तर पिपरा घाट पर 61.90 मी है, जो बढ़ाव पर है.