प्रेमचंद की नायिका अमूमन सामाजिक सवालों से टकराती है

मुंशी प्रेमचंद के साहित्य में स्त्री त्याग, क्षमा, दया और शील की प्रतिमूर्ति देखने को मिलती है. स्त्रियों के कुछ आदर्श को प्रेमचंद ने अपने साहित्य में स्थापित किया. जनपद के वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. जनार्दन राय ने रविवार को प्रेमचंद साहित्य में स्त्री विषय पर गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए उक्त विचार व्यक्त किया.