बाढ़ पीड़ितों को रोटी, पशुओं को चारा तक नसीब नहीं

बलिया में गंगा का जलस्तर लाल चिह्न से ढाई मीटर ऊपर पहुंच गया है. घाघरा के जलस्तर में भी निरन्तर वृद्धि से जिले में संकट गहरा गया है. बलिया में सबसे अधिक प्रभावित इलाका है गंगा उस पार का. नौरंगा गांव में तो मवेशियों को चारा तक नसीब नहीं हो पा रहा है.

गंगा पार के गांवों में हालात बदतर, नहीं पहुंची राहत टीम

गंगा ने अब तक बाढ़ के सारे रिकार्ड को ध्वस्त करते हुए अपनी विकरालता से फेफना, बलिया एवं बैरिया विधानसभा क्षेत्र के तकरीबन पांच सौ गांवों को अपने चपेट में ले लिया है. सबसे विकराल स्थिति गंगा पार की ग्राम सभाओं में है

काशी से मांझी तक गंगा का रौद्र श्रृंगार, दहला बलिया

कई गांवों में गंगा का रौद्र रूप देखने को मिल रहा है. बक्सर से लेकर मांझी घाट तक गंगा अपने पूरे फार्म में है. इलाहाबाद में गंगा का जल स्तर बढ़ने के कारण अगले 24 घंटे के दौरान बलिया में पानी बढ़ने की प्रबल संभावना है. अगर गंगा का पानी इसी तरह बढ़ता रहा तो सन् 2003 और 2013 का रिकॉर्ड भी टूट सकता है.