गंगा नदी के किनारे स्थित 41 ग्राम पंचायत में भारत सरकार की 4 सदस्यीय एनएलएम टीम द्वारा निरीक्षण किया जाएगा. जिसमें निर्मित शौचालय की गहन जांच की जायगी.
बैरिया तहसील क्षेत्र के केहरपुर गावं में कटान के दहशत से सहमे लोगो ने अपने घरों पर हथौड़ा चलाना शुरू कर दिया है. हालांकि गंगा के घटते जल स्तर से लोगो को थोड़ा चैन जरूर मिला है, फिर भी भय बरकरार है. क्योंकि बाढ़ के उतार चढ़ाव का समय खत्म नहीं हुआ है.
दुबेछपरा में शासन स्तर से 29 करोड़ रुपये की लागत से चल रहे कटानरोधी काम को ग्रामीणों ने सोमवार की दोपहर में रुकवा दिया. नतीजतन तीन घंटे तक कामकाज बाधित रहा.
मानसून के सक्रिय होने के बाद हर ओर हो रही जबरदस्त बारिश से नदियों में भी पानी का स्तर बढ़ने लगा है. इसकी वजह से जिले में गंगा व घाघरा दोनों ही नदियों के तेवर भी तल्ख होने शुरू हो गए हैं.
मझौवा (बलिया)। बैरिया तहसील क्षेत्र के दुबेछपरा में चल रहे कटानरोधी कार्यों में बारिश और बाढ़ विभाग के अधिकारियों व ठेकेदारों के बीच कठीन दौर का सिलसिला जारी है. बारिश खुलने पर कभी कटानरोधी …
बैरिया तहसील अंतर्गत केहरपुर, सुघर छपरा के कटान पीड़ित ग्रामवासियों की तरफ से चल रहे सुघर छपरा ढाले पर बेमियादी अनशन को रविवार को देर शाम बैरिया उपजिलाधिकारी अरविंद कुमार ने कड़ी मशक्कत के बाद जूस पिलाकर तोड़वाया.
गंगा नदी का तेवर गुरुवार को भी तल्ख रहा. नदी के जलस्तर में प्रति घंटे एक सेमी की रफ्तार से वृद्धि रिकार्ड की गयी. शाम सात बजे नदी गायघाट गेज पर 59.324 मीटर पर बह रही थी.