“गेहूं, जौ जवानी में जुल्फी हिलावे..”जीयरा कचोटेला उचटेला मनवा..

दुबहर, बलिया. परंपराओं को सहेजने के लिए किसी के पास फुर्सत ही नहीं है. युवाओं पर पश्चिमी परंपरा हावी हो चुकी है. रही- सही कसर आधुनिक लोक गायकों ने पूरी कर दी है.