कहते हैं औरत को कभी अबला नहीं समझना चाहिए. क्योंकि जब उनकी अंदर की शक्ति जगती है, तो वो संहार तक करने की क्षमता रखती हैं. ऐसा ही कुछ हुआ एक अबला के नारी के साथ, जिसने तलवार उठाई कर जंग का ऐलान कर दिया.
जिस दिन देश स्वतंत्रता दिवस का जश्न मना रहा था, जिले के एक गांव में छह साल की मासूम संग गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया जा रहा था. इसी क्रम में एक गांव में शौच करने गई किशोरी संग उसी गांव के एक व्यक्ति ने कथित तौर पर छेड़खानी की और बाद में उसे एक कमरे में बंद कर फरार हो गया.