अमर शहीद श्री कौशल कुमार इंटर कालेज के प्रांगण में शिक्षकों ने राज्यसभा सदस्य नीरज शेखर का स्वागत किया. ‘शहीदों के सपने कितने पूरे,कितने अधूरे’ विषयक गोष्ठी पर बतौर मुख्य अतिथि नीरज शेखर ने कहा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कश्मीर से धारा 370 हटा कर शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि दी है.
पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के पुत्र शेखर ने गत जुलाई में राज्यसभा तथा सपा से इस्तीफा दे दिया था और उसके बाद भाजपा में शामिल हो गये थे. वह उत्तर प्रदेश से राज्यसभा के सदस्य थे.
बैरिया की सीमा पर सांसद नीरज शेखर के पहुंचते ही इलाके के भाजपा नेता- कार्यकर्ताओं ने गर्मजोशी से स्वागत किया. जूलूस के रूप में नारे लगाते हुए लोग चल रहे थे.
50 वर्षीय शेखर दो बार लोकसभा के सदस्य रहे हैं. 2007 में पिता के निधन के बाद बलिया लोकसभा सीट से सपा के टिकट पर वह पहली बार सांसद निर्वाचित हुए थे. 2009 में उन्होंने इसी सीट से दोबारा जीत हासिल की.
राजधानी से एक बड़ी खबर आ रही है. यूपी से राज्यसभा के लिए नीरज शेखर होंगे भाजपा उम्मीदवार. गौरतलब है कि पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के पुत्र नीरज शेखर ने हाल ही में सपा छोड़ भाजपा का दामन थामा है. उन्होंने लगे हाथ राज्यसभा से भी इस्तीफा दे दिया था, जिसे राज्यसभा सभापति ने स्वीकार कर लिया था.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि नीरज शेखर एक परिवारवादी और जातिवादी पार्टी को छोड़ कर भाजपा में शामिल हुए हैं. उनका पार्टी में पूरा सम्मान होगा. स्वतंत्र देव सिंह ने नीरज शेखर को भाजपा का पट्टा पहनाकर पार्टी में उनका स्वागत किया और उन्हें सदस्यता अभियान की बुकलेट भेंट की.
पूर्व प्रधानमंत्री स्व चन्द्रशेखर के पुत्र नीरज शेखर के राज्यसभा सांसद पद से इस्तीफा देने तथा भाजपा में शामिल होने से बैरिया विधानसभा की राजनीति भी करवट बदलने लगी है
भाजपा नेताओं के साथ चंद्रशेखर के रिश्ते हमेशा बेहतर रहे, लेकिन उन्होंने कभी भी भाजपा की विचारधारा का समर्थन नहीं किया. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को ताउम्र ‘गुरुजी’ शब्द से ही संबोधित किया, लेकिन सदन में हमेशा मुखर विरोध भी किया.
8 बार बलिया से सांसद रहे चंद्रशेखर के निधन के बाद उपचुनाव कराया गया था, जिसमें उनके बेटे नीरज शेखर ने जीत हासिल की थी. पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के बेटे हैं नीरज शेखर.