अधिकारियों-कर्मचारियों को नहीं करने दिया जायेगा भ्रष्टाचार : विधायक

  • बैरिया के सरकारी डाक बंगले में विधायक सुरेंद्र सिंह ने बुलाई चेतावनी बैठक

बैरिया : स्थानीय डाक बंगले में गुरुवार को बैरिया विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं ने भ्रष्टाचार के खिलाफ बिगुल फूंकने के लिए एक बैठक की जिसे चेतावनी बैठक का नाम दिया गया.

बैठक में बैरिया विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न सरकारी दफ्तरों तथा खास कर तहसील में व्याप्त भ्रष्टाचार व रजिस्ट्रार कानूनगो एव विधायक पुत्र के बीच मारपीट का मुद्दा छाया रहा.

वक्ताओं ने अपनी ही सरकार में तहसील के कर्मचारियों में व्याप्त भ्रष्टाचार तथा अपने कार्यों को लेकर परेशान जन सामान्य के तिलमिलाहट को बयां किया तथा इन दफ्तरों के भ्रष्टाचार के खात्मा के लिए लड़ाई लड़ने का आह्वान किया गया.

 

 

बैठक में भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह ने कहा कि भ्रष्टाचार के विरोध के लिए मेरी पूरी जिंदगी जेल में बीत जाय, इसकी चिंता नहीं है किंतु अपने क्षेत्र में सरकारी कर्मचारियों व अधिकारियों को भ्रष्टाचार का नंगा नाच नहीं करने दूंगा.

उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार का विरोध करने पर मेरे पुत्र पर मारपीट का फर्जी मुकदमा कराया गया है. इससे मैं विचलित नहीं हूं. जांच में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा.

विधायक ने कहा कि बैरिया तहसील में भ्रष्टाचार का नंगा नाच हो रहा है, हमारी सरकार और हमारे मुख्यमंत्री जीरो टालरेंस की बात कर रहे हैं.

उस पर काम भी हो रहा है और उसके उलट सरकारी कर्मचारी व अधिकारी यहां लूट मचाए हुए हैं. उन्हें मैं चेतावनी दे रहा हूं कि वह भ्रष्टाचार करना छोड़ दें अन्यथा उन्हें अपमानित कर यहां से भेज दिया जाएगा.

उन्होंने जोर देकर कहा कि उन्होंने जीवन में कभी भ्रष्टाचार को समर्थन नहीं दिया है, न आगे देंगे. क्षेत्र के पांच लाख जनता-जनार्दन के साथ कोई गैर कानूनी कार्य करने की इजाजत सरकारी कर्मचारियों व अधिकरियों को नहीं दी जाएगी.

 

 

विधायक सुरेंद्र सिंह ने बैरिया के एसडीएम पर गंभीर आरोप लगाते हुए उन्हें तुरंत यहां से हाने की मांग जिलाधिकारी से की. स्पष्ट किया कि इस संदर्भ में उन्होंने आयुक्त व जिलाधिकारी से बात की है. उन्होंने कहा है कि बैरिया में सजा के रूप में पोस्टिंग दी जाती है. अगर यहां नहीं सुधरेंगे तो कहां सुधरेंगे.

अधिकारियों की दृष्टि में बैरिया विधान सभा क्षेत्र डेंजर जोन है. भला डेंजर जोन में लूट-खसोट की छूट कैसे दी जाएगी. विधायक ने कहा कि इस बाबत मैंने प्रदेश अध्यक्ष सहित अपने बड़े नेताओं को बता दिया है.

उन्होंने कहा कि जल्द ही भ्रष्ट अधिकारियों को यहां से विदाई का बड़ा कार्यक्रम किया जाएगा. यह चेतावनी बैठक है. इतने से ही सुधार नही होता तो बैरिया तहसील मे चेतावनी महासभा की जाएगी.

इस अवसर पर तेजनारायण मिश्र, मंटू बिंद, मूटन राय, पतिराम सिंह, धर्मवीर उपाध्याय, नंदजी सिंह, वीरेंद्र शर्मा, आदित्य तिवारी, विजय बहादुर सिंह, शैलेश पासवान, अखिलेश्वर सिंह, डब्लू सिंह, रंजय सिंह, हरि सिंह, विजय बहादुर सिंह आदि ने विधायक के साथ मिलकर चलने की बात कही. अध्यक्षता मंडल अध्यक्ष रत्नेश सिंह व संचालन हरिकंचन सिंह ने किया.

विधायक का समर्थन किया इंटक नेता विनोद सिंह ने

इंटक के जिलाध्यक्ष विनोद सिंह ने तहसीलकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्वाई की मांग करते हुए विधायक सुरेंद्र सिंह का समर्थन किया है.उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने दुबेछपरा में छह माह पूर्व 12 घंटे के भीतर सभी कटान-बाढ पीड़ितों को मुआवजा देने की घोषणा की थी.

 

 

अभी तक 75 लोगों को छह माह बाद भी मुआवजा नहीं दिया गया. वे लोग तहसील का चक्कर लगा रहे हैं, कोई सुनने को तैयार नहीं है.

केहरपुर, गोपालपुर केकटान पीड़ितों को बसाने का आदेश एडीएम ने दिया था. बहुआरा के 58 कटान पीड़ितों को 30 वर्षों के बाद भी नहीं बसाया गया.

ऐसे कई जनहित के मुद्दे हैं, जिन्हें बैरिया तहसील के कर्मचारी-अधिकारी मुख्यमंत्री, जिलाधिकारी और कोर्ट के आदेश को ताक पर रख दिए हैं. ऐसे में संघर्ष नहीं होगा तो क्या होगा?

विधायक का गुस्सा जायज : मंटन

नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि शिवकुमार वर्मा मंटन ने इस प्रकरण पर विधायक सुरेंद्र सिंह का समर्थन करते हुए कहा है कि बैरिया तहसील सहित अधिकांश सरकारी दफ्तरों में भ्रष्टाचार का नंगा नाच हो रहा है. जनता-जनार्दन व विधायक सुरेंद्र सिंह का गुस्सा जायज है. मैं इस लड़ाई में उनके कदम से कदम मिलाकर चलूंगा.

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