रसड़ा (बलिया) से संतोष सिंह
शनिवार की देर शाम अचानक मौसम का मिजाज बदल गया. देखते ही देखते तेज आंधी और गरज-तड़क के साथ बारिश शुरू हो गई. आंधी से जिले के विभिन्न क्षेत्रों में दर्जनों स्थानों पर पेड़ और विद्युत पोल उखड़ गए. बिजली के तारों के टूटने व खंभे गिरने से अधिकतर इलाकों की विद्युत आपूर्ति रविवार को पूरे दिन बाधित रही. रसड़ा कोतवाली क्षेत्र के नागपुर गांव के चिरइया टोला में तेज आंधी और बारिश में झोपड़ी समेत कच्ची दीवाल के मलवे में तीन बच्चों संग माँ दब गयी. सभी घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाया गया. वहां इलाज के दौरान सभी की हालत गम्भीर होने पर चिकित्सकों ने रेफर कर दिया. जिला अस्पताल जाते समय बीच रास्ते में ही महिला ने दम तोड़ दिया.
पूनम देवी (36 वर्ष) पुत्र हरिनारायण अपने बच्चों हिमांशु कुमार (11 वर्ष), पायल कुमारी (13 वर्ष) और साक्षी कुमारी (4 वर्ष) संग खाना खाकर अपनी झोपड़ी में सोई हुई थी. इस बीच तेज आंधी और बारिश में झोपड़ी भरभरा कर गिर पड़ी. इस हादसे में चारों मलवे के नीचे दब गये. झोपड़ी गिरने की आवाज और घायलों की चीख पुकार सुन आस पास के लोगों ने घायलों को मलबे से बाहर निकाल कर अस्पताल पहुंचाया. वहां सभी की हालत गंभीर होने पर चिकित्सकों ने रेफर कर दिया. बलिया जाते समय बीच रास्ते मे ही पूनम देवी ने दम तोड़ दिया. वहीं घायल बच्चों का इलाज मऊ में किया जा रहा है. मृत्यु की समाचार लगते ही परिजनों में कोहराम मच गया. हृदय नारायण की तहरीर पर पुलिस आवश्यक कार्रवाई में जुट गयी है.