महान व्यक्तित्व के धनी थे केदारनाथ : डा.जनार्दन राय
बलिया। मूर्धन्य हिंदी साहित्यकार केदारनाथ सिंह जी का जाना सिर्फ हिन्दी साहित्य की नहीं, बल्कि दुनिया की सैकड़ों भाषाओं पर वज्रपात गिरने जैसा है. अपने समय के श्रेष्ठ कवि केदार नाथ सिंह के निधन से पूरा साहित्य जगत सकते में है ही, रंगकर्मियों में भी यह खबर सुनकर शोक की लहर दौड़ गई. संकल्प साहित्यिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्था के आर्य समाज रोड स्थित कैम्प कार्यालय पर बलिया के सपूत को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की.
जनपद के वरिष्ठ कवि एवं साहित्यकार डॉ.जनार्दन राय ने कहा कि प्रो. केदारनाथ सिंह एक महान कवि ही नहीं थे बल्कि एक महान व्यक्तित्व भी थे. उनके जाने से जो साहित्य जगत में शून्यता आयी है, उसे भरने में शायद सदियों लग जाए. युवा साहित्यकार रामजी तिवारी ने कहा कि केदारजी जड़ों से जुड़े हुए कवि थे. आशीष त्रिवेदी ने केदार जी की कई महत्वपूर्ण रचनाओं का पाठ किया और उनके साथ बीताये गये महत्वपूर्ण संस्मरणों को सुनाया.
डॉ. भोला प्रसाद आग्नेय ने कहा कि केदार जी चकिया से निकलकर वैश्विक स्तर पर जो पहचान बनाई वह सबके लिए प्रेरणादायी है. श्रद्धांजलि देने वालों में डॉ. इफ्तेखार खां, विवेकानंद सिंह, सत्यमोहन श्रीवास्तव, शैलेन्द्र मिश्र, शालिनी श्रीवास्तव, आनंद कुमार चौहान, सोनी, ट्विंकल गुप्ता, अर्जुन, गोविंदा, आलोक, राहुल आदि उपस्थित रहे.