सालाना उर्स पर चक हाजी उर्फ़ शैख़पुर गांव के मजार शरीफ पर सैकड़ों अकीदतमंदों ने दी हाजिरी

सिकंदरपुर(बलिया)।
हज़रत मख़दूम हाजीयुल हरमैन शैख़ुल मशाएख़ सैयद शाह मोहम्मद उर्फ मख़दूम हाजी शाह फूल (शाहे शहर-ज़ाफरान खरीद) के सालाना उर्स के मौके पर क्षेत्र के चक हाजी उर्फ़ शैख़पूर गांव स्थित उनके मजार शरीफ पर सैकड़ों अकीदतमंदों ने हाजिरी दिया. चादरपोशी किया, फातेहा पढ़ी और मुल्क की सलामती के लिए दुआ मांगी. उर्स का आगाज़ सुबह फतेहखानी के साथ हुआ. उसके बाद जायरीन द्वारा मजार पर हाजिरी दे कर चादरपोशी के साथ ही फातेहा पढ़ने का जो सिलसिला शुरू हुआ वह पूरे दिन चलता रहा.
इस मौक़े पर उलेमा एकराम व शोअरा कराम ने अपनी नूरानी ख़िदमात से उर्स की तक़रीब को कामयाब बनाया.
उर्स में खास तौर से हज़रत पीर सैयद फैयाज़ुल इस्लाम साहब ( गद्दीनशीं ख़ानक़ाह मझौलिया शरीफ़), सैयद एजाज़ुल इस्लाम, सैयद अज़ीज़ुल इस्लाम, हाजी सैयद आले अहमद वाहिदी, सैयद एबादुल्लाह वाहिदी, सैयद सलाहुद्दीन वाहिदी, सैयद फरोग वाहिदी, सैयद रिज़वानुल्लाह वाहिदी, सैयद कामरानुल्लाह वाहिदी, सैयद रियाज़ुल इस्लाम, हाफ़िज़ सैयद बशर, हाफिज़ सैयद फ़ुरक़ानुल्लाह, सैयद शुजा उल इस्लाम अत्तारी, मोहम्मद शुऐब ( ग्राम प्रधान – चक हाजी उर्फ़ शैख़पुर), तनवीर अहमद, मोहम्मद ज़हूर, मोहम्मद रफ़ीक़ व मोक़ामी हज़रात ने शिरकत की.
शोअरा हज़रात में क़ारी फिरोज़ सिकन्दरपुरी, मोहम्मद सुहैल उर्फ़ लड्डन साहब, एजाज़ अहमद, मोहम्मद सद्दाम कुरैशी ने हिस्सा लिया.
इस मौक़े पर हाफ़िज़ मोहम्मद शाहिद रज़ा साहब की किताब नसीहते आमोज़ अक़वाल का इजरा हुआ.

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