बलिया: जिला अस्पताल में डेंगू के लक्षण वाले मरीजों का आना जारी है. अस्पताल में इलाज समुचित प्रबंध न होने के कारण मरीजों को वाराणसी या दूसरे शहरों में जाना पड़ रहा है. पिछले दो महीनों में अस्पताल में भर्ती मरीजों में दो दर्जन से अधिक पॉजिटिव मिले.
पिछले कई दिनों से शहर के बनकटा, काजीपुरा, विवेकानंद, आवास विकास कालोनी में कई लोग डेंगू से पीड़ित पाए गए हैं. जिले में डेंगू के इलाज के पर्याप्त इंतजाम नहीं होने से मरीजों को बनारस या कहीं और रेफर कर दिया जाता है. फिलहाल बुखार, शरीर दर्द, खांसी के मरीजों की तादाद काफी बढ़ गई है.
जिला अस्पताल के डा. मनोज कुमार ने माना कि जिले में डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ी है.डॉक्टर ने कहा कि अस्पताल में प्लेटलेट्स चढ़ाने की व्यवस्था नहीं है. इस वजह से ही मरीजों को दूसरे शहर भेजना पड़ता है. उन्होंने बताया कि डेंगू और चिकनगुनिया मादा एडिस इंजिप्टी मच्छर के काटने से होती हैं. जो साफ पानी में फैलते हैं. ये मच्छर अलसुबह और शाम के वक्त काटते हैं.
उन्होंने बताय कि तेज बुखार, चक्कर आना, कमर में तेज दर्द, मांस पेशियों में खिंचाव आदि डेंगू के लक्षण हैं. इससे बचाव के लिए कूलर के पानी में मिट्टी का तेल डालना मच्छरदानी लगाना और शरीर को ढंकना जरूरी है.