बलिया। गुरुवार को बलिया जिले में 51 नए कोरोना पॉजिटिव केस मिले हैं, जबकि एक मौत की पुष्टि हुई है. बांसडीह के बिजलीपुर निवासी 62 वर्षीय व्यक्ति की मौत कोरोना संक्रमण के चलते हुई. इस तरह जिले में संक्रमितों की कुल संख्या अब 3,700 हो गयी है. संक्रमण से जिले में अब तक 41 लोग जान गंवा चुके हैं.
सैम्पलिंग व डोर-टू-डोर सर्वे के कार्य पर भी जताई नाराजगी
कोविड-19 के बढ़ते प्रसार को रोकने के लिए प्रशासनिक स्तर से प्रयास जारी है. मण्डलायुत विजय विश्वास पंत ने बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में इसकी समीक्षा की. सर्वे से सम्बन्धित पोर्टल अपडेट नहीं रहने पर जिला सामुदायिक प्रक्रिया प्रबंधक (डीसीपीएम) पुष्पेंद्र शाक्य की संविदा समाप्त कराने का निर्देश सीएमओ को दिया.
उन्होंने कहा कि अभी भी सैम्पलिंग जिस तेजी से होनी चाहिए, वह नहीं हो रही है. इसमें सुधार लाने के लिए सीएमओ डॉ. जितेंद्र पाल को कड़े शब्दों में चेतावनी दी. कहा, कांटैक्ट ट्रेसिंग व सर्विलांस कार्य में और सुधार की जरूरत है. डोर-टू-डोर सर्वे का कार्य सही ढ़ंग से नहीं होने पर भी नाराजगी जताई. इसके नोडल अधिकारी बीएसए व जिला कार्यक्रम अधिकारी को चेतावनी देते हुए कहा कि प्रतिदिन समीक्षा कर इसमें सुधार लाएं.
पोर्टल पर सर्वें की सूचना अपडेट नहीं रहने का कारण पूछा तो इसके जिम्मेदार अफसर एनएचएम के डीसीपीएम स्पष्ट जानकारी नहीं दे पाए. इस पर कड़ी नाराजगी जताई और सीएमओ को निर्देश दिया कि इनकी संविदा समाप्त कराने की कार्रवाई करें.
सैम्पलिंग की समीक्षा में उन्होंने 17 से 23 अगस्त तक का औसत निकालकर देखा तो पाया कि औसतन 627 सैम्पलिंग करायी गयी है, जो कम है. इस पर नाराजगी जताते हुए बढ़ाने का सख्त निर्देश दिया. बैठक में बताया गया कि 01 अगस्त से 26 अगस्त 2020 तक 1810 केस के सापेक्ष 8279 व्यक्तियों की कान्टैक्ट ट्रेसिंग हुई है. इस संख्या को भी कम बताते हुए बढ़ाने का निर्देश सीएमओ को दिया.
उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि रोजाना मिलने वाले पॉजिटिव केस की प्रतिदिन समीक्षा हो. यह भी देखा जाए कि उनके कितने कान्टैक्ट ट्रेस हुए, कितने की सैम्पलिंग हुई. समीक्षा में पाया गया कि शहरी क्षेत्र के अलावा विकास खंड हनुमानगंज, नवानगर, गड़वार व सीयर में ज्यादा केस मिल रहे है. यहां पूरी बारीकी से डोर-टू-डोर सर्वे एक सप्ताह के अन्दर कराने और संदिग्ध केस की सैम्पलिंग कराने का निर्देश दिया.
जिला चिकित्सालय में आरटीपीसीआर लैब के बारे में पूछताछ की तो सीएमएस ने बताया कि 14 सितम्बर तक लैब का काम पूरा हो जाएगा.
होम आइसोलेशन की शर्त पूरा नहीं करने वाले को एल-1 भेजें. होम आईसोलेशन में रह रहे मरीजों की प्रतिदिन स्वास्थ्य की जानकारी टीम द्वारा की जाए. यह भी देखें कि उन मरीजों के पास थर्मामीटर व पल्स आक्सीमीटर अनिवार्य रूप से रहे. जो मरीज होम आइसोलेशन की शर्तों को पूरा नहीं करते हैं, उन्हें एल-1 फैसिलिटी सेंटर भेज दिया जाए. बैठक में रामआसरे, डीपीएम आरपी यादव, एसीएमओ डॉ. हरिनन्दन, चिकित्साधिकारी सिद्धार्थमणि दूबे आदि मौजूद थे.