गुरुवार को कैबिनेट मंत्री नारद राय ने एनसीसी चौराहे पर एक विद्युत सब स्टेशन बनाने की घोषणा कर शहरियों को कुछ क्षण के लिए राहत जरूर दी. मगर जब तक वह व्यवस्था कारगर नहीं होती तब तक क्या लोग बलिया शहर में यूं ही घुट-घुट कर जिएंगे. मालूम हो कि शहर में 20 घंटे और ग्रामीण इलाकों कम से कम 16 घंटे बिजली आपूर्ति का दावा किया जाता है. सच्चाई यह है कि बलिया शहर में बमुश्किल 10 से 12 घंटे की आपूर्ति हो रही है. गांवों का तो भगवान ही मालिक है.
