दिल्ली : टॉवर क्रेन की लिफ्ट गिरने से बलिया के इंजीनियर समेत चार लोगों की मौत

राजधानी नई दिल्ली के नरेला थाना (रोहिणी) इलाके में दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) की कंस्ट्रक्शन साइट पर हुए हादसे में चार लोगों की मौत हो गई. इस हादसे में एक सर्विस इंजीनियर और तीन मजदूरों की मौत की सूचना है.

अब तो मेरा गांव शहर में रहता है और मेरा शहर….???

आपका पुश्तैनी घर अब बूढ़ा गया है और धीरे-धीरे उसके मुंडेर गिर रहे हैं. साज-सज्जा और प्लास्टर अब दीवार से अलग हो रहे हैं. उस जगह पर अब दिन भर कुत्ते बैठते हैं, जहां से घर के बड़े बुजुर्ग (बाबा) सबको डांटते, बोलते और गरियाते थे. ट्रैक्टर जहां खड़ा होता था, वहां अब दीमक और चींटियों का डेरा है.

अमृतसर ट्रेन हादसे में सिकंदरपुर के युवक की मौत, महिला घायल

दशहरा के दिन अमृतसर में हुए भीषण रेल हादसे में सिकंदरपुर थाना क्षेत्र के बसारीखपुर निवासी एक 45 वर्षीय युवक भी घटना का शिकार हो गया.

हरिवंश के करीबी वरिष्ठ पत्रकार सियाराम प्रजापति को मातृशोक, अंतिम संस्कार इतवार को

राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश के करीबी वरिष्ठ पत्रकार सियाराम प्रजापति की माता सहदेइया देवी का शनिवार की शाम निधन हो गया. वे 100 वर्ष की थी.

दशहरे में गांव लौट रहे बांसडीह के युवक की ट्रेन से गिरकर मौत

बांसडीह का युवक गोवा से वापस बलिया लौट रहा था, तभी स्टेशन के निकट ट्रेन से गिरकर उसकी मौत हो गई.

बलिया निवासी रेल कर्मचारी को मिर्जापुर में ट्रक ने रौंदा, मौत

मड़िहान थाना क्षेत्र के राजगढ़ पुलिस चौकी के पास सोमवार की सुबह करीब पांच बजे के लगभग मिर्जापुर-सोनभद्र मार्ग के धनसिरिया, सतौहा मोड़ पर अनियंत्रित तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक सवार रेल कर्मी (गेटमैन) को जोरदार टक्कर मार दिया.

आजमगढ़ में मिला रसड़ा निवासी सिपाही का शव, कानपुर में आरक्षी की गोली लगने से मौत

आजमगढ़ जिला मुख्यालय स्थित दीवानी न्यायालय के समीप एक आरक्षी का शव मिला, जबकि कानपुर के गजनेर थाना क्षेत्र के पामा चौकी में तैनात सिपाही संदिग्ध हालात में मृत पाया गया.

बलिया निवासी सीआईडी हवलदार की छपरा में चलती ट्रेन से गिरने से मौत

चलती ट्रेन से उतरने के दौरान प्लेटफॉर्म पर गिरने से छपरा जंक्शन पर रविवार को सीआइडी के हवलदार ओमप्रकाश तिवारी (58 साल) की मौत हो गई. वह उत्तरप्रदेश के बलिया जिले के दोकटी थाना क्षेत्र के दोकटी गांव के रहने वाले थे. वे डाक लेकर पटना जा रहे थे, इसी दौरान यह हादसा हुआ,

बलिया जा रहे दंपति को संदिग्ध करार सद्भावना एक्सप्रेस से उतारा

साहिबाबाद से बलिया जा रहे दंपति को जीआरपी ने संदिग्ध करार सद्भावना एक्सप्रेस ट्रेन से उतार दिया. महिला के मुताबिक वह अपने पति के साथ बृहस्पतिवार की शाम साहिबाबाद स्टेशन से बलिया जाने वाली थी.

व्हाट्स ऐप पर घूंघट जो दिखा सरकते हुए, गांव से होकर हवाएं भी पहुंची महकते हुए

यह युगल अब तक साठ से ज्यादा बसंत देख चुका है. ये डाक्टर साहब हैं और बगल में वाम अंगी उनकी धर्म पत्नी हैं ” सीता संवारों पीत वाम भागम ” की तर्ज पर बेहद जंच रही हैं. ये उत्तर प्रदेश शिक्षा विभाग से कुछेक साल पहले हीं सेवानिवृत हो चुकी हैं.

असमः बेटे व बहू को डी वोटर करार जेल में ठूंसा, बलिया की छुटकी देवी की सदमे से मौत

यदि गुवाहाटी हाईकोर्ट ने हस्तक्षेप नहीं किया होता तो शायद तिनसुकिया जिले के दिनेश प्रजापति और उनकी पत्नी तारा देवी को दिवंगत मां के श्राद्ध करने की भी अनुमति नहीं मिली होती.

जब विनय तिवारी व अवध विहारी चौबे की जोड़ी दिखी तो मन टेहूं टेहूं चिल्ला उठा

पीडी इंटर कॉलेज ,गायघाट से फारिग हो सतीश चन्द्र डिग्री कालेज, बलिया में हमने जब दाखिला लिया तो ड्रास्टिक चेंज महसूस हुआ. यहां गायघाट के प्रिंसिपल राम लखन कुंवर के आतंक का कहीं दूर दूर तक नामोनिशां नहीं था.

गांव-जवार के हाल ठीके बा, एने दू बेर आन्हीं-पानी आइल हा, कई ठांवा पथरो परल बा

पावं लागीं मलिकार! रउरा त एकदमे गुलर के फूल हो गइल बानी. ना कवनो पाती आ न कवनो सनेशा. पइसवा बैरी त रउरा के परदेसी बनाइए दिहलस, राउर पातीए पढ़ के संतोष क लीले, बाकिर जब उहो ढेर दिन हो जाला त मन मछरी अइसन मछिआये लागेला. अउरी कुछ होखे भा ना, बाकिर पाती पठावल मत छोड़ेब.

जब नाच में फरमाइशी गीत के लिए दोकटी में होने लगी ताबड़तोड़ फायरिंग

मुरारपट्टी गांव का नाम मुरार बाबा के नाम पर पड़ा था. मुरार बाबा यहां आकर बस गए थे. उन्हीं से आज हमारे गांव की पाठक लोगों की आबादी 300 घर तक पहुंची है. कहने को तो तिवारी लोग भी हैं इस गांव में, लेकिन मुरारपट्टी गांव की पहचान पाठक लोगों के कारण हीं है. मुरारपट्टी से एक फर्लांग की दूरी पर है लालगंज.

निर्भया गैंगरेप केस: सुप्रीम कोर्ट से दोषियों को नहीं मिली राहत, बरकरार रखी गई फांसी की सजा

निर्भया गैंगरेप मामले (निर्भया कांड) में सुप्रीम कोर्ट चार दोषियों में से तीन की पुनर्विचार याचिका पर आज यानी सोमवार 9 जुलाई को फैसला सुनाया. सुप्रीम कोर्ट ने तीनों दोषियों की याचिका खारिज कर दी है और अब उनकी फांसी की सजा को उम्र कैद में नहीं बदला जाएगा.

क्या देश की सबसे बड़ी त्रासदी है आरक्षण?

क्या देश की सबसे बड़ी त्रासदी है आरक्षण? आरक्षण विरोधियों की माने तो अयोग्य व्यक्ति जब ऊँचे पदो पर पहुँच जाते है तो ना समाज का भला होता है और ना ही देश का और सही बात तो यह है कि आरक्षण जैसी चीजें मूल जरूरतमंदों के पास तक तो पहुँच ही नही पाती. बस कुछ मलाई खाने वाले लोग इसका फायदा उठाते है.

बलिहार के दुलरुआ साहित्यकार कृष्णबिहारी मिश्र को पद्मश्री सम्मान

कोलकाता से कमलेश मिश्र कुछ दिनों पूर्व देश ने पद्म पुरस्कारों की घोषणा की थी. वरिष्ठ साहित्यकार कृष्ण बिहारी मिश्र को भी पद्म पुरस्कारों की सम्मान सूची में राष्ट्र ने रखा. भारत के राष्ट्रपति …

संजय सिंह हत्याकांडः साक्ष्य के अभाव में बरी किए गए रामधीर सिंह

कोयला कारोबारी संजय सिंह की हत्या के मामले में जनता मजदूर संघ के अध्यक्ष और सिंह मेंशन से जुड़े रामधीर सिंह को साक्ष्य के अभाव में बरी कर दिया गया.