
रसड़ा, बलिया. शनिवार और इसके बाद रविवार को आई तेज आंधी ने कई इलाकों में काफी नुकसान किया है। क्षेत्र के नवापुरा गांव में रविवार को तेज आंधी के दौरान छत से गिर कर ताहिरा बेगम (50) पत्नी मकबूल अहमद गंभीर रूप से घायल हो गईं। आनन फानन में परिजन सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लाये जहां उनका उपचार किया जा रहा है। ताहिरा बेगम आंधी एवम बारिश आने की आहट से छत पर रखे कुछ सामानों को उतारने के लिए चढ़ी इसी बीच तेज हवा आंधी में तब्दील हो गया। समान उतरने के प्रयास में वह छत से गिर कर जमीन पर आ गिरीं।
रसड़ा कोतवाली क्षेत्र के संदलपुर गांव की राजभर बस्ती में रविवार को अपरान्ह 3 बजे आयी तेज आंधी के बीच भीषण अग्निकांड में 15 झोपड़ियां जलकर राख हो गईं जबकि उसमें बंधे एक दर्जन से अधिक पशु झुलस कर मर गए। साथ ही साथ आग की लपटों में फंस कर महिला दलपतिया देवी 70 पत्नी जयनाथ तथा इंद्रदेव (60) गंभीर रूप से झुलस गए।
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अचानक आयी तेज आंधी के बीच झोपड़ियों के पास जल रहे गेहूं के ठंडल से उड़ी चिंगारी ने सबसे पहले इंद्रदेव की झोपड़ी को अपने शिकंजे में लिया और देखते ही देखते आग ने जयनाथ, रामू राजभर, सामू राजभर, जगरनाथ तथा राजू आदि लोगों के 15 झोपड़ियों को अपने आगोश में ले लिया। तत्काल इसकी सूचना फायर बिग्रेड व स्थानीय पुलिस को दी गई। सूचना पाते ही पुलिस व फायर बिग्रेड की टीम ने पहुंचकर आग बुझाने का प्रयास किया तब तक झोपड़ी में बंधी 10 बकरियां तथा तीन गायें झुलसकर दम तोड़ चुकी थी।
इससे पहले शनिवार की रात लगभग 8 बजे रसड़ा क्षेत्र में आयी तेज आंधी के बीच स्थानीय गढिया पावर हाउस परिसर में आग लग गयी। जिससे पावर हाउस सहित पूरे कालोनी में अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया। आनन-फानन फायर बिग्रेड को सूचना दी गई किंतु देर तक फायर बिग्रेड के न पहुंचने के कारण विद्युत कर्मियों ने घंटों प्रयास के प्रयास के बाद आग पर काबू पाया। आग लगने से नगर सहित सभी ग्रामीण अंचलों में विद्युत आपूर्ति ठप्प हो गई। कुछ घंटों के बाद नगर में विद्युत आपूर्ति बहाल कर दी गई लेकिन रविवार को दोपहर तक ग्रामीण अंचलों में विद्युत आपूर्ति ठप्प रही। अचानक आयी आंधी से पावर हाउस के के परिसर में तारों के टकराने के कारण चिंगारी उड़ी और देखते-देखते पावर हाउस परिसर को अपने आगोश में ले लिया।
आंधी के चलते नगरा क्षेत्र के सैकड़ों गांवों में बिजली आपूर्ति ठप
नगरा. शनिवार की शाम आई आंधी और पानी के चलते 45 घंटे से नगरा क्षेत्र के 350 गांवों में विद्युत आपूर्ति ठप है जिसके चलते दो दिनों से लोगों के सारे काम काज ठप पड़े हैं। विद्युत आपूर्ति कब बहाल होगी , यह यक्ष प्रश्न बना हुआ है क्योंकि विभाग के सम्बंधित लोगो की मोबाइल फोन भी स्विच ऑफ है।
शनिवार की शाम आए आंधी व पानी ने क्षेत्र के जर्जर विद्युत तारों को नुकसान पहुंचाया जिसके कारण विद्युत आपूर्ति ठप हो गई। रविवार को विभाग विद्युत आपूर्ति में जुटा था कि फिर आई आंधी पानी ने बिजली आपूर्ति पर पानी फेर दिया और बिजली पूरी तरह गुल हो गई । विभाग की लापरवाही और उदासीनता की वजह से क्षेत्र में 45 घण्टे बीतने के बाद भी लोग बिजली से महरूम हैं।
लोगो के इनवर्टर, पंखा आदि शो पीस बना हुआ है। उमस भरी गर्मी और मच्छरों के बीच ग्रामीण किसी तरह रात काटने पर मजबूर हैं। आटा चक्की से लेकर मोबाइल तक बंद पड़े हैं। गांव अंधेरे में डूब गए है। मोबाइल चार्ज करने के लिए लोग दर-दर भटक रहे हैं। साथ ही एक दूसरे से बात भी नहीं हो पा रही है। सबसे अधिक परेशानी रोजेदारों को हो रही है। बारिश होने से मौसम में बदलाव आया और कुछ देर के लिए ठंडक का एहसास हुआ। उसके बाद फिर तीखी धूप से लोग बेहाल हो गए है। महकमे के अधिकारियों एवं कर्मचारियों का मोबाइल स्विच ऑफ है। विद्युत आपूर्ति कब आरम्भ होगी, इस बारे में किसी को कोई जानकारी नहीं है।
(रसड़ा से संतोष सिंह के साथ नगरा से संतोष द्विवेदी की रिपोर्ट)