बाढ़ राहत में अच्छा काम करने वाले प्रधान पुरस्कृत होंगे -डीएम

बलिया। जिलाधिकारी गोविन्द राजू एनएस लगातार बाढ़ राहत शिविरों का जायजा ले रहे हैं. बाढ़पीड़ितों को ज्यादा से ज्यादा जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराने का वे निर्देश दे रहे हैं. इस दौरान एसपी प्रभाकर चैधरी साथ रहे. बसरिकापुर और ओझवलिया का दौरा करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि बाढ़ राहत में अच्छा काम करने वाले प्रधान पुरस्कृत होंगे.

बाढ़ राहत शिविर का निरीक्षण करते जिलाधिकारी गोविंद राजू एनएस एवं अन्य अधिकारी गण
बाढ़ राहत शिविर का निरीक्षण करते जिलाधिकारी गोविंद राजू एनएस एवं अन्य अधिकारी गण

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बुधवार को भी उन्होंने सदर तहसील क्षेत्र के चितबड़ागांव मोड़ पर बने राहत शिविर का मौके पर निरीक्षण किया. इस कैम्प में मानपुर गांव के करीब सौ लोग परिवार एवं मवेशियों सहित रह रहे हैं. जिलाधिकारी ने पीड़ित परिवारों से भोजन, चिकित्सा सुविधा आदि के बारे में जानकारी ली. एक बच्चे के बीमार होने की जानकारी मिलने पर जिलाधिकारी ने तुरन्त सीएमओ डॉ. पीके सिंह को इलाज के लिए निर्देशित किया. डॉक्टर, दवा, एम्बुलेंस आदि की व्यवस्था तत्काल करने को कहा. इसके बाद यमुना राम डिग्री कालेज पर बने राहत शिविर पर गये. वहां भी पीड़ितों का हाल चाल लिया. पीड़ित परिवारों से पूछने पर बताया गया कि सुबह नाश्ता मिला था. जिलाधिकारी ने वितरित की गयी खाद्य सामग्री की क्वालिटी को देखा. यहां पर भी सीएमओ को निर्देश दिया कि चिकित्सा सुविधा पर नजर बनाये रखें. मेडिकल टीम बराबर आकर यहां लोगों का हालचाल लेती रहे.

चितबड़ागांव राहत शिविर में बुधवार को बाढ़ पीड़ितों से बातचीत करते हुए जिलाधिकारी गोविंद राजू एनएस
चितबड़ागांव राहत शिविर में बुधवार को बाढ़ पीड़ितों से बातचीत करते हुए जिलाधिकारी गोविंद राजू एनएस

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जिलाधिकारी ने माल्देपुर मोड़ पर बनी पुलिस बाढ़ राहत चैकी का भी निरीक्षण किया. उन्होंने सीओ सदर बाबूलाल यादव व कोतवाल से बातचीत करके क्षेत्र की जानकारी ली. जिलाधिकारी ने पुलिस को भी हमेशा सतर्क रहने और स्थिति पर सतत नजर रखने का निर्देश दिया.

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राहत शिविरों पर हर जरूरी सुविधाएं उपलब्ध

जिलाधिकारी गोविन्द राजू एनएस ने बुधवार को बाढ़ राहत शिविरों का औचक निरीक्षण किया. बाढ़ पीड़ितों की मांग पर हर जरूरी सुविधाओं को देने का निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिया.

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जिलाधिकारी दुबहड़ में बने राहत शिविर पर गये जहां भोजन, चिकित्सा, चारा आदि की व्यवस्था देखी. जिलाधिकारी ने बसरिकापुर में बने बाढ़ राहत शिविर की व्यवस्था का भी जायजा लिया. वहां 10 परिवार के 60 लोग अपने पशुओं सहित रह रहे हैं. बताया गया कि बसरिकापुर व ओझवलिया में प्रभावित लोगों को पूडी सब्जी दी गयी है. जिलाधिकारी ने यहां पर खाना बनवाने के लिए राशन व मिट्टी तेल का वितरण कोटेदार के माध्यम से कराने का निर्देश डीएसओ को दिया.

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मौके पर आठ कुंतल भूसा रखा हुआ मिला. लोगों ने थोड़ी और मात्रा में चारे की मांग की. जिलाधिकारी ने आधे घण्टे के अंदर चारा उपलब्ध कराया. मौजूद चिकित्सकीय टीम, आंगनबाड़ी कार्यकत्री से भी आवश्यक पूछताछ की. जिलाधिकारी ने कहा कि इस दैवीय आपदा में राहत एवं बचाव कार्य में अच्छा कार्य करने वाले ग्राम प्रधान को सम्मानित किया जाएगा.

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इसके बाद पूर्व माध्यमिक विद्यालय हल्दी बाढ़ चौकी का भी निरीक्षण किया. यहां पर लगभग पचास लोग है. जिलाधिकारी ने लेखपाल व डीएसओ को सूखा राशन कोटेदार के माध्यम से वितरण कराने का निर्देश दिया, ताकि बाढ़ चौकी पर ही खाना बना सके. प्रभावित लोगों ने भूसा बंटे होने की बात बतायी. मौके पर डॉक्टर व दवा की व्यवस्था उपलब्ध पायी गयी. जिलाधिकारी ने प्रभावित लोगों से अनुरोध किया कि अपने पशुओं को बंधे से हटाकर बाढ चौकी के अंदर बांधे. इस दौरान अपर जिलाधिकारी मनोज कुमार सिंघल साथ रहे.

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जिलाधिकारी ने रेस्क्यू अभियान का लिया जायजा

जिलाधिकारी गोविन्द राजू एनएस ने एनडीआरएफ व पीएसी के जवानों के द्वारा किये जा रहे रेस्क्यू अभियान का भी जायजा लिया. बुधवार को ही आयी एनडीआरएफ की नई टीम, जो रेस्क्यू की तैयारी में थी, उनसे बात की और रेस्क्यू अभियान में तेजी लाने को कहा. उन्होंने जनता से भी अपील किया कि यदि अभी भी कोई बाढ़ में फंसा है तो बतायें, ताकि उनको सुरक्षित जगह पर लाया जा सके. वहां से हल्दी गये और बंधे पर एनडीआरएफ के जवानों को पानी में उतरने का निर्देश दिया. जवानों से कहा कि पानी में भ्रमण करते रहें और यदि अभी भी कोई बाढ़ में फंसा दिखे तो उसे सुरक्षित स्थान पर ले आएं. इस दौरार अपर जिलाधिकारी मनोज सिंघल साथ रहे.

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