
बैरिया, बलिया. बैरिया थाना क्षेत्र के चांददियर ग्राम पंचायत के यादव नगर प्लाट में मंगलवार की शाम अचानक अज्ञात कारणों से लगी आग मे 3 दर्जन से अधिक कच्चे-पक्के व रिहायशी मड़हे जलकर खाक हो गये.
इस अग्निकांड में एक 5 वर्ष का बालक जिंदा जलकर मर गया. वही चार लोग बच्चे को बचाने के प्रयास में बुरी तरह से झुलस गए. सभी घायलों को एंबुलेंस से इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोनबरसा पहुंचाया गया है.
बताया गया कि अचानक रामजी यादव के घर से आग की लपटें उठने लगी जिसमें राधेश्याम, राम जी, राज किशोर, रामाशंकर, दिनेश, उमाशंकर, उमेश, सुरेंद्र, राज किशोर, मनोज यादव, अदालत यादव, विनोद यादव, सुरेंद्र यादव, तेतर यादव, किशन देव यादव सहित लगभग 3 दर्जन लोगों का कच्चा पक्का मकान व रिहायशी मड़हे जलकर खाक हो गए.
इन मकानों में रखे लाखों रुपए के सामान जिसमें नकदी कपड़े खाद्यान्न सोने चांदी के गहने साइकिल मोटरसाइकिल व एक ट्रैक्टर जलकर खाक हो गया.
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इस अग्निकांड में रामजी यादव की एक भैंस जलमरी जबकि जगन्नाथ यादव की दो बकरियां और एक भैंस जलकर मर गई है.
बता दे कि रामजी यादव के घर में अचानक अबूझ कारणों से आग की लपटें उठने लगी. आग की गति तेज हवा के कारण इतना तीव्र था की पलक झपकते पूरी पूरी बस्ती आग की चपेट में आ गई. राम जी के घर में एक 5 वर्षीय बालक अजीत जो राम जी का बेटा था सो रहा था वह सोते ही छूट गया. जब तक लोगों को पता चलता आग विकराल रूप धारण कर ली बावजूद इसके बच्चों को बचाने का असफल प्रयास करने में राम प्रवेश यादव 55 वर्ष राजकिशोर यादव 48 वर्ष मनोज यादव 35 वर्ष व मृतक बच्चे की बहन उर्मिला 12 वर्ष झुलस कर घायल हो गए. बावजूद बच्चे को जिंदा नहीं बचाया जा सका. अगलगी की घटना की सूचना पर मौके पर एसडीएम राहुल यादव तहसीलदार संजय सिंह लेखपाल मोतीलाल पहुंच गए फोन करके. फोन करके एंबुलेंस मंगवाया और घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया.
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोनबरसा में आयुष आयुष चिकित्सक डॉ मनोज उपाध्याय मौजूद थे सूचना पर मुरली छपरा के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर देवनीति सिंह भी मौके पर पहुंच गए और और वहां के फार्मासिस्ट डॉक्टर एन एन शुक्ला, केदार यादव, व स्टाफ नर्सो ने तत्परता से इलाज शुरू किया.
समाचार लिखे जाने तक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोनबरसा में आग से झुलसे का इलाज चल रहा है. जबकि उधर घटनास्थल पर पीड़ित परिवार खुले आसमान के नीचे आ गए हैं घटनास्थल पर चारों ओर चीख-पुकार और महिलाओं का रुदन क्रंदन है लेखपाल मोतीलाल घटनास्थल पर मौजूद है जबकि एसडीएम और तहसीलदार वापस तहसील पर लौट कर अग्नि पीड़ितों को तात्कालिक राहत पहुंचाने की जुगत में लगे हैं.
(बैरिया संवाददाता वीरेंद्र मिश्र की रिपोर्ट)