


शैक्षिक उन्नयन हेतु यदि बलिया से किसी का नाम लिया जाता है तो उसमें अमरनाथ मिश्र स्नातकोत्तर महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य एवं जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय बलिया के पूर्व शैक्षिक निदेशक डा० गणेश कुमार पाठक का अवश्य नाम रहता है.
वर्ष 2021में तो डा० पाठक ने शैक्षिक उन्नयन में विशेष योगदान दिया है. वर्ष 2021 में डा० पाठक की तीन पुस्तकें – 1.आपदा प्रबंधन 2. सेवाकेन्द्र एवं ग्रामीण विकास 3.बलिया का भूगोल प्रकाशित हुई हैं.
वर्ष 2022 में भी डा० पाठक की प्रकाशित होने वाली तीन पुस्तकें-1.पर्यावरण, आपदा प्रबंधन एवं जलवायु परिवर्तन 2. मानवजनित आपदाएं एवं उनका प्रबंधन 3- प्राकृतिक आपदाएं एवं उनका प्रबंधन प्रेस में हैं,जो शीघ्र ही प्रकाशित होकर आने वाली हैं. ये सभी पुस्तकें राजेश पब्लिकेशन, नई दिल्ली से प्रकाशित हो रही हैं.

वर्ष 2021 डा० पाठक के लिए भूगोल के अन्य दृष्टिकोण से भी विशेष महत्वपूर्ण रहा है. इस वर्ष डा० पाठक को सर्व सम्मति से “राष्ट्रीय भारतीय भूगोल परिषद”(नेशनल एसोशिएशन ऑफ ज्योग्राफर्स इण्डिया- नागी) के कार्यपरिषद का सदस्य चुना गया है. साथ ही साथ “बिहार एण्ड झारखण्ड ज्योग्राफर्स एसोशियेशन”(ए जी बी जे) का भी इक्सटर्नल रिप्रेजेण्टेटिव के रूप में कार्य समिति का सदस्य चुना गया है.
2021 में डा० पाठक द्वारा यू जी सी द्वारा आयोजित रिफ्रेशर कोर्स तथा अनेक नेशनल एवं इण्टरनेशनल वेबिनारों एवं सेमिनारों में भी रिसोर्स परसन (संसाधन व्यक्ति) के रूपमें व्याख्यान देकर बलिया को गौरवान्वित किया है. इस दौरान डा० पाठक के अनेक शोधपत्र भी प्रकाशित हुए हैं.
(बलिया से कृष्णकांत पाठक की रिपोर्ट)