
रसड़ा,बलिया. बलिया का एक लाख रुपए का इनामी बदमाश हरीश पासवान एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में मारा गया है. हरीश पासवान पूर्व जिला पंचायत सदस्य बलबीर सिंह उर्फ जलेश्वर सिंह हत्याकांड में आरोपी था. 7 जुलाई को बैरिया क्षेत्र में जलेश्वर सिंह की हत्या कर दी गई थी, इसके बाद से ही पुलिस को उसकी तलाश थी.
गुरुवार को ही उस पर इनाम की रकम दोगुनी कर दी थी. पहले उस पर 50 हजार का इनाम घोषित था जिसे पुलिस ने बढ़ा कर एक लाख रुपए कर दिया गया था.
हरीश पासवान को एसटीएफ ने रसड़ा कोतवाली क्षेत्र के नींबू मोड़ पर मार गिराया. जलेश्वर हत्याकांड में उसकी गिरफ्तारी को लेकर पुलिस के ऊपर दबाव था. इसे देखते हुए हरीश पासवान की तलाश में पुलिस के साथ ही एसटीएफ भी लगाई गई थी.
पुलिस को शुक्रवार को हरीश पासवान के रसड़ा क्षेत्र में मौजूद होने की सूचना मिली तो एसटीएफ की टीम ने डिप्टी एसपी डीके शाही के नेतृत्व में स्थानीय पुलिस के साथ रसड़ा कोतवाली क्षेत्र के नींबू मोड़ पर उसकी घेरेबंदी की. एसटीएफ टीम के मुताबिक खुद को घिरता देख हरीश ने उन पर फायर करना शुरू कर दिया. जवाबी कार्रवाई में वह मारा गया.
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हरीश पासवान का ढेर किया जाना पुलिस की बड़ी सफलता मानी जा रही है. वह मूल रूप से हल्दी थाना क्षेत्र का निवासी था. हरीश पासवान के खिलाफ बैरिया पुलिस ने 7 जुलाई को पूर्व जिला पंचायत सदस्य जलेश्वर सिंह की हत्या में धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज किया था. इस हत्याकांड के बाद से उसकी पुलिस लगातार तलाश कर रही थी.
हरीश पासवान पर करीब 33 गंभीर अपराध के मुकदमे दर्ज हैं. पुलिस के अनुसार पर अंतरराज्यीय बदमाश है. उसके खिलाफ बलिया के अलावा झारखंड व छत्तीसगढ़ में भी मुकदमे दर्ज हैं. इनमें हत्या के आधा दर्जन मुकदमे हैं. जानकारी के मुताबिक हरीश के खिलाफ पहला मुकदमा लूट का था जो साल 2004 में दर्ज किया गया था. इसके बाद से वह अपराध की वारदातों को अंजाम देता रहा था.
(बैरिया से वीरेंद्र मिश्र के साथ रसड़ा से संतोष सिंह की रिपोर्ट)