शुभ मुहूर्त पर मुंडन कराने गंगा किनारे पहुंचे लोगों को झेलनी पड़ी पुलिस की सख्ती

बलिया. सोमवार के दिन अचानक पूर्ण लॉकडाउन किए जाने से उन लोगों को खासी परेशानी हुई जिन्हें इसकी सूचना पहले से नहीं मिल पाई थी. खासतौर पर वह लोग काफी परेशान हुए जो 24 मई को मुंडन के लिए शुभ मुहूर्त को देख कर मुंडन संस्कार के लिए निकले थे. सारे रास्तों पर पुलिस के जवान खड़े दिखाई दिए और लोगों को वह रोकते रहे.

दुबहर थाना क्षेत्र अंतर्गत जनाड़ी गांव से गंगा नदी उस पार जाने के लिए बने पंडित जनेश्वर मिश्र सेतु पर पुलिस  भारी संख्या में खड़ी थी . गंगा नदी के विभिन्न घाटों पर विशेष रुप से शिवरामपुर घाट पर बने मुक्तिधाम घाट पर भी पुलिस की विशेष नजर थी . कारण कि स्थानीय लोग और बलिया शहर के रास्ते भी अन्य लोग मुंडन संस्कार के लिए शिवरामपुर घाट पर ही आते हैं .

कोरोना संक्रमण को देखते हुए पुलिस को सख्त निर्देश था कि किसी भी हालत में किसी को गंगा नदी में स्नान करने के लिए नहीं जाने देना है . इसकी सूचना पहले से नहीं होने के कारण लोगों को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ा. लोग अपने अपने वाहनों से पैदल अथवा अन्य संसाधनों से गंगा घाट तक पहुंचे लेकिन पुलिस ने सभी को बैरंग लौटा दिया.

 

This Post is Sponsored By Memsaab & Zindagi LIVE         

 

24 मई को मुंडन संस्कार के लिए शुभ मुहूर्त था, इसीलिए बड़ी संख्या में लोग इसके लिए घरों से निकले थे. मुख्य सड़कों से जाने से मना करने पर कुछ लोग मुंडन की मनौती पूरा करने के लिए अन्य रास्तों के सहारे किसी तरह गंगा के किनारे पहुंचे और गंगा पूजन करके अपनी मनौती को पूरा किया.

उधर दूबेछपरा में भी गंगा घाटों पर बांस- बल्ली बंधवा कर बैरिकेडिंग करवा दी गयी. किसी को भी मुंडन संस्कार नहीं करने दिया गया. हल्दी थाना क्षेत्र के गंगा तट पचरुखिया व चौबेछपरा बैरिया थाना क्षेत्र के सुघरछपरा,दुबेछपरा,नौरंगा सहित किसी भी घाट पर पुलिस ने मुंडन संस्कार करने वालों को अनुमति नहीं दी. कुछ लोग जहां घाट नही था गंगा तट पर चोरी-छिपे गंगा में स्नान किये किसी तरह मुंडन संस्कार को सम्पन्न किया तो वही कुछ लोग मंदिरों,शिवालयों व पोखरे पर मुंडन संस्कार सम्पन्न कराए. बड़ी संख्या में लोग बिहार के महुली जाकर गंगा तट पर मुंडन संस्कार सम्पन्न कराये.

पुलिस प्रशासन की तरफ से सोमवार के दिन पूर्ण लाकडाउन के आदेश के बाद स्थानीय पुलिस ने रविवार को ही क्षेत्र के मुख्य घाटों पर नाविकों को मना करते हुए माइक से प्रचार भी कराया था लेकिन आम लोगों तक यह सूचना नहीं पहुंच पाई थी.

(हल्दी से आतिश के साथ दूबे छपरा से वीरेंद्र मिश्र की रिपोर्ट)

 

This Post is Sponsored By Memsaab & Zindagi LIVE