निर्माणाधीन स्कूल में उड़ रहा है धूल, टीचर बिना पढ़ाए सैलरी ले रहे हैं फुल

बगैर पठन-पाठन के ही वेतन ले  रहे शिक्षक
कामसीपुर (यादव बस्ती) में चार वर्ष बाद भी नहीं हुआ विद्यालय भवन का निर्माण कार्य पूरा
रसड़ा (बलिया) से संतोष सिंह 
स्थानीय शिक्षाक्षेत्र के कामसीपुर (यादव बस्ती)  स्थित निर्माणाधीन प्राथमिक विद्यालय विभाग की उदासीन रवैया से अपने बदहाली पर आंसू बहाने पर विवश है. निर्माणाधीन नवीन प्राथमिक विद्यालय का निर्माण के चार साल के बाद भी पूर्ण नहीं हो सका है. विद्यालय भवन अधूरा रहने सेे शिक्षण कार्य भी  पूरी तरह बाधित है, जबकि विद्यालय से सम्बद्ध शिक्षक बिना पढ़ाये ही  वेतन प्राप्त कर रहे, जो गंभीर जांच का विषय है. इससे ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है.
इस सम्बंध में गांव के रामनरायन यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व जिलाधिकारी समेत सम्बंधित अधिकारियों को शिकायती पत्र भेजकर  जांच कराकर विद्यालय निर्माण कर  दोषीजनों पर कार्रवाई करने की मांग की है. शिकायती पत्र में आरोप लगाया है कि वर्ष 2012-13 में उक्त विद्यालय के निर्माण के लिये धन अवमुक्त किया गया था, किन्तु विद्यालय भवन अधूरा रहने के कारण 2014 में तत्कालीन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने भवन प्रभारी का वेतन रोक दिया और विद्यालय निर्माण पूर्ण कराने का निर्देश दिया. बेसिक शिक्षा अधिकारी का आदेश भी बेमतलब साबित हुआ. इसका नतीजा है कि आज भी यह विद्यालय भवन अधूरा है.  विभाग की लापरवाही  से  बिना पठन-पाठन का कार्य किये शिक्षकों को वेतन जारी करना अत्यंत गंभीर है. कायदे से तो यह जांच का विषय है. यादव ने सम्पूर्ण मामले की जांच कर दोषी अधिकारियों के विरूद्ध कार्रवाई करने के साथ ही विद्यालय भवन निर्माण का कार्य पूर्ण कराने की मांग की है.
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