बैरिया,बलिया. छात्र नेताओं के आंदोलन के बाद प्रभारी सीएमओ व उप जिलाधिकारी के साथ हुए समझौते के क्रम में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोनबरसा में नए चिकित्सा अधिकारी के रूप में डॉक्टर योगेंद्र दास की तैनाती कर दी गई है. जांच के लिए मोहम्मद दानिश की भी तैनाती हो गई है जो एचआईवी सहित 8 तरह की जांच करेंगे लेकिन अभी तक एक्सरे टेक्निशियन व डार्क रूम सहायक की तैनाती नहीं होने के कारण एक्सरे की सुविधा यहां के लोगों को उपलब्ध नहीं हो पाई है.
सोनबरसा सीएचसी पर डॉक्टरों और अन्य स्टाफ की तैनाती के इस मामले की तफ्तीश के दौरान काफी सारी बातें ऐसी भी सामने आई हैं जो स्वास्थ्य विभाग में भारी लापरवाही और मनमानी की तरफ इशारा करती हैं। जिस एक्स-रे टेक्नीशियन की पोस्टिंग सोनबरसा में हुई थी वह फिलहाल सोनवानी सीएचसी तथा एल2 हॉस्पिटल बसंतपुर में तैनात है. सोनबरसा में पूर्व में तैनात एक्सरे टेक्नीशियन का स्थानांतरण देवरिया जनपद में किया गया था जबकि देवरिया से आए एक्सरे टेक्नीशियन की पोस्टिंग सोनबरसा के बदले नगरा कर दिया गया है जहां पर एक्सरे मशीन ही नहीं है. सवाल उठता है कि जिस अस्पताल में एक्सरे मशीन है ही नहीं वहां एक्सरे टेक्नीशियन की तैनाती करके किसका हित साधा जा रहा है?
इसी तरह सोनबरसा अस्पताल में बच्चों के लिए चिकित्सक की तैनाती भी नहीं हो पाई है. इस संदर्भ में अनशनकारी छात्र नेता सुधाकर विक्रम सिंह, सोनू गुप्ता सहित अन्य छात्र नेताओं ने कहा कि वह लापरवाह अधिकारियों की ऐसी मनमानी नहीं चलने देंगे। जनता के टैक्स के पैसे से मोटा वेतन लेने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को जनता के लिए काम करना ही होगा।
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छात्र नेताओं ने कहा कि 3 दिन के अंदर समझौते के अनुसार पोस्टिंग और सारी स्वास्थ्य सुविधा सुचारू नहीं हुई तो स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ हम लोग आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे जिससे उत्पन्न परिस्थितियों के लिए जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग जिम्मेदार होगा.
(बैरिया से वीरेंद्र मिश्र की रिपोर्ट)